न्यायाधीश श्री सत्येन्द्र सिंह वर्मा ने एक मुट्ठी आसमां की थीम के विषय में जानकारी दी
बरेली, 25 जनवरी। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली, उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश श्रीमती रेणु अग्रवाल के दिशा-निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश श्री सत्येन्द्र सिंह वर्मा द्वारा एक मुट्ठी आसमां की थीम के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाशीश ने बताया कि एक मुट्ठी आसमां समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लिए भरोसा, दृढ़ निश्चय तथा आशा का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन समाज के वर्गों को मुफ्त एवं सक्षम विधिक सेवाओं को प्रदान करने के लिए, ताकि आर्थिक या किसी भी अन्य कारणों में से कोई भी नागरिक न्याय पाने से वंचित ना रहे। इसके अतिरिक्त सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोक अदालत आयोजन के विषय पर भी जानकारी दी। लोक अदालत का आयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि आम जनमानस को न्यायिक प्रणाली समान अवसर के आधार पर सबके लिए न्याय सुगम बना सके।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश बताया कि लोक अदालत कानूनी विवादों को आपसी सुलह की भावना से न्यायालय से बाहर समाधान करने का वैकल्पिक विवाद निष्पादन का अभिनव तथा सर्वाधिक लोकप्रिय माध्यम है जहां आपसी समझ बूझ से विवादों का समाधान किया जाता है। लोक अदालत सरल एवं अनौपचारिक प्रक्रिया को अपनाती है तथा विवादों का अविलंब निपटारा करती है इसमें पक्षकारों को कोई भी शुल्क नहीं लगता है लोक अदालत से न्यायालय में लंबित मामले का निष्पादन होने पर पहले से भुगतान किए गए अदालती शुल्क को भी वापस कर दिया जाता है। लोक अदालत का आदेश, फैसला अंतिम होता है जिसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकती लोक अदालत के मामले के निपटारे के बाद दोनों पक्ष विजेता रहते हैं तथा उनमें निर्णय से पूर्ण संतुष्टि की भावना रहती है इसमें कोई भी पक्ष जीतता या हारता नहीं है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने जन जन के दर तक न्याय की स्थिति तीव्रतर प्रणाली को पहुंचाया है और अदालतों का बोझ बड़े पैमाने पर घटाया है न्याय सबके लिए बिंबित करता है, जो कि भयमुक्तता, भरोसा तथा सुरक्षा का धोतक है। इसके अतिरिक्त समाचार पत्र से एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से आम जनमानस से यह भी अपील की गई की हम सभी को कोविड नियमों का पालन करना है तथा यदि किसी को कोई लक्षण जैसे खांसी जुखाम या अन्य कोई लक्षण प्रतीत होता है तो नजदीकी कोविड जांच केंद्र में जा कर जांच अवश्य कराएं अतः छिपाए नहीं। साथ ही भीड़ भाड़ इलाकों से ज्यादा से ज्यादा बचें, मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान दें तथा साफ-सफाई का ध्यान रखें।
आंवला (बरेली) से गौरव खंडूजा की रिपोर्ट !