UPSTF : ब्रांडेड पेटेंट दवाओं के नाम की नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले गैंग का खुलासा व गैंग सरगना अशोक कुमार गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ।प्रेस नोट संख्याः 70, दिनांक 02-03-2023
पेटेण्ट दवा कम्पनियों के नाम से नकली दवाओं का अवैध व्यापार करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का खुलासा, गैंग सरगना गिरफ्तार, लगभग 7.5 करोड़ रूपये की नकली दवा बरामद।
दिनांक 02-03-2023 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को बद्दी, हिमाचल प्रदेश से पेटेण्ट दवा कम्पनियों के नाम की नकली दवाएं बनवाकर तथा वाराणसी में अवैध तरीके से भण्डारण कर, वाराणसी सहित पूर्वांचल के अन्य जनपदों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में अवैध तरीके सप्लाई करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का खुलासा करते हुए गैंग सरगना को गिरफ्तार कर विभिन्न कम्पनियों के नाम की नकली दवायें लगभग 300 पेटी (अनुमानित मूल्य 7.5 करोड़ रूपये लगभग) बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः अशोक कुमार पुत्र स्व0 चन्द्रपाल निवासी टीचर्स कालोनी, सिकन्दराबाद थाना सिकन्दराबाद, जनपद बुलन्दशहर। वर्तमान पता-चर्च कॉलोनी मलदहिया थाना सिगरा वाराणसी।
बरामदगीः- 1. 300 पेटी विभिन्न कम्पनियों की दवाएं (अनुमानित मूल्य 7.5 करोड रूपये लगभग) 1- MONOCEF-O, 2- GABAPIN-NT, 3- CLAVAM-625, 4- PAN-D, 5-PAN-40, 6- CEF-AZ, 7- TAXIM-O 2. नगद रू0 4,40,000/- रूपये। 3. कूटरचित बिल एवं अन्य दस्तावेज। 4. 01 अदद मोबाइल फोन।
गिरफ्तारी का स्थान/दिनांक चर्च कॉलोनी थाना सिगरा जनपद वाराणसी। दिनांक 02-03-2023
विगत काफी समय से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अन्तर्प्रान्तीय गिरोहों द्वारा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नकली दवाओं का अवैध व्यापार किया जा रहा है। इसमें तमाम प्राण रक्षक एवं अन्य दवाओं का नकली प्रतिरूप तैयार कर बेचा जाता है।
इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों/फील्ड इकाइयों को आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्देष दिये गये थे। उक्त निर्देश के क्रम में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी
अभिसूचना संकलन के क्रम में आज दिनांक 02-03-2023 को विश्वस्त सूत्र के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि थाना सिगरा क्षेत्रान्तर्गत कैण्ट रोडवेज बस स्टेशन के पीछे चर्च कॉलोनी में नकली दवाओं का व्यापार करने वाला अशोक कुमार मौजूद है, जिसके चर्च कॉलोनी एवं लहरतारा स्थित गोदाम में भारी मात्रा में नकली दवायें रखी हुई है।
उक्त सूचना पर एस0टी0एफ0 फील्ड टीम वाराणसी द्वारा श्री नरेश मोहन सहायक आयुक्त औषधि वाराणसी मण्डल, ड्रग्स इन्सपेक्टर ए0के0 बंसल, संजय दत्त, चन्द्रेश द्विवेदी, बृजेश मौर्या, प्रभारी निरीक्षक सिगरा राजीव सिंह, चौकी प्रभारी रोडवेज थाना सिगरा उ0नि0 आदित्य सिंह को साथ में लेकर विश्वस्त सूत्र द्वारा बनाये गये स्थान पर पहुॅंच कर अशोक कुमार उपरोक्त को गिरफ्तार करते हुये उसके सिगरा व लहरतारा स्थित गोदामों से 1- MONOCEF-O, 2- GABAPIN-NT, 3- CLAVAM-625, 4- PAN-D, 5-PAN-40, 6- CEF-AZ, 7- TAXIM-O आदि के नाम से बनायी गयी नकली दवाओं की बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्त अशोक कुमार से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से ज्ञात हुआ कि अशोक कुमार वर्ष 1987 में किसान इण्टर कालेज सिकन्दराबाद जनपद बुलन्दशहर में हाईस्कूल की पढ़ाई की किन्तु परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने के कारण पढ़ाई छोड़ दी और बुलन्दषहर में ही गद्दे की कम्पनी में मजदूरी का कार्य करने लगा। वर्ष 2003 में मजदूरी का कार्य छोड़कर वर्ष 2003 से 2010 तक आटो रिक्षा चलाने लगा, किन्तु नुकसान होने के कारण आटोरिक्षा चलाना छोड़कर पुनः गद्दे की कम्पनी में नौकरी करने लगा और लगातार 10 वर्षो तक कम्पनी में ही मजदूरी करता रहा।
उसे प्रतिमाह रू0 12,000/- मिलता था। एक बार फिर से नौकरी छूट गयी और वह फिर से आटो चलाने लगा। इसी दौरान उसकी मुलाकात बुलन्दषहर के ही नीरज नामक व्यक्ति से हुई, जो नकली दवाओं का काम करता था और वह उसका माल ढुलाई का काम भी करने लगा। यहीं से उसे इस व्यवसाय के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई।
उसे नीरज से ही थोड़ी-थोड़ी नकली दवा खरीद कर स्थानीय झोलाछाप डाक्टरों को बेचने लगा, किन्तु वर्ष 2019 में अमरोहा में नीरज द्वारा बेची गयी नकली दवा पकड़ी गयी और उसमें नीरज का नाम प्रकाष में आ गया जिसके पष्चात पुलिस नीरज को पूछताछ के लिये पकड लिया था, जिसमें नीरज के पिता द्वारा पुलिसवालों के विरूद्ध अपहरण का मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया था।
इस प्रकरण को लेकर काफी विवाद बढ़ने लगा, जिसके कारण वहॉं से वह भागकर विगत तीन वर्षो से वाराणसी में रोडवेज बस स्टेषन के पीछे चर्च कालोनी में किराये का कमरा व लहरतारा में गोदाम लेकर हिमाचल प्रदेश से नामी-गिरामी पेटेण्ट दवा कम्पनियों के नाम की नकली दवायें बनाने वाले कम्पनी के 1-अमित दुआ निवासी पंचकुआ हरियाणा। 2-सुनील निवासी बद्दी हिमाचल प्रदेश। 3-रजनी भार्गव निवासी बद्दी हिमाचल प्रदेश से सम्पर्क कर नकली दवायें फर्जी बिल्टी व बिल से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से दवा मंगाकर निम्नलिखित लोगों के साथ मिलकर 1-रोहन श्रीवास्तव निवासी प्रयागराज। 2-रमेश पाठक निवासी पटना बिहार 3-अशरफ निवासी पूर्णिया बिहार। 4-दिलीप निवासी पटना बिहार 5-लक्ष्मण निवासी हैदराबाद। 6-नीरज चौबे निवासी शिवपुर वाराणसी। 7-डा0 मोनू जनपद वाराणसी। 8-रेहान जनपद वाराणसी। 9-बंटी जनपद वाराणसी। 10-शशांक मिश्रा निवासी आशापुर जनपद वाराणसी। 11-ए0के0 सिंह जनपद वाराणसी। 12-अभिषेक कुमार सिंह निवासी न्यू बस्ती परासी अनपरा सोनभद्र के साथ मिलकर अपने कमरे व गोदाम पर भण्डारण करता था तथा बसों पर माल रखनें वाले कुलियों व बसों/ट्रांसपोर्ट के माध्यम से कोलकाता, उड़ीसा, बिहार, हैदराबाद व उ0प्र0 के वाराणसी, आगरा, बुलन्दषहर आदि शहरों में इस तरह के कारोबार करने वाले लोगों को सप्लाई देने लगा, जिससे उसे काफी मुनाफा होने लगा था। अशोक कुमार एवं इसके सहयोगियों द्वारा इस अवैध व्यापार से कमाये गये धन के संबंध में जानकारी भी की जा रही है।
उक्त सन्दर्भ में गिरफ्तार अभियुक्त को थाना सिगरा जनपद वाराणसी में दाखिल करते हुये मु0अ0सं0 61/2023 धारा 419/420/467/471/274/275/276 आई0पी0सी0 व 18/27 औषधि एवं सौन्द्रर्य प्रसाधन एक्ट पंजीकृत कराया गया है। साथ ही इस अवैध कार्य में सम्मिलित उपरोक्त लोगों को भी नामित कर अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन