जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे वाली अंजुमनों को शामिल नही किया जाएगा !
इस बार,जनसेवा टीम का समर्थन किया जुलूस के आयोजक क़ासिम कश्मीरी ने ! अंजुमन ए के खुद्दाम ए रसूल के नायब सदर क़ासिम कश्मीरी से जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खाँ वारसी ने मुलाक़ात की !
मुलाक़ात के दौरान अंजुमन ए खुद्दाम ए रसूल के नायब सदर क़ासिम कश्मीरी ने कहा कि 21 नवम्बर को निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे वाली अंजुमनों को शामिल नहीं किया जाएगा इस बार डीजे या तेज़ आवाज़ वाली अंजुमनों पर पाबंदी रहेगी,हमारे आक़ा की यौमे पैदाईश के मौके खुशियां मनाने के लिये ये जुलूस ए मोहम्मदी हर साल बरेली में निकाला जाता हैं जिसमें नये शहर की 135 और पुराने शहर की 50 अंजुमने शामिल होती हैं जिसमें बड़ी तादात में लोग शामिल होते हैं,अंजुमनों की तैयारियों की बैठक इसी सप्ताह की जायेगी और जुलूस में जारी किये गये नियमों के मुताबिक़ ही शांति सौहार्द के साथ जुलूस निकाला जाएगा,जुलूस ए मोहम्मदी सरकारे दोआलम की यौमे पैदाईश के मुबारक़ मौके पर निकला जाता हैं,जुलूस सादगी के साथ निकले और डीजे व तेज़ आवाज़ वाले साउंड न बजाये,जुलूस में शामिल लोग वज़ू और नमाज़े अदा करें,रास्ते भर दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ पढ़ते रहे यदि एक बन्दा 100 बार भी दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ की तिलावत करता हैं तो करोड़ो दुरूद शरीफ़ का नज़राना हम अपने सरकारे दोआलम को पेश कर सकते हैं। जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खाँ वारसी ने अंजुमनों से अपील जारी करते हुऐ कहा कि रबी उल अव्वल महीने का चाँद नज़र आते ही दुनिया में पैग़म्बरे इस्लाम नेकियां अच्छाई और सच्चाई लेकर आये हैं ये मुबारक़ महीना मुबारको का महीना हैं,हम सबको वो काम करना चाहिए जिससे रब रज़ी हो जाये और रसूल अल्लाह खुश हो,जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे और म्यूजिक वाली नाते और कलामों से परहेज़ करें,डीजे पर हज़ारो लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी सवाब न मिलेगा जो सवाब दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ पढ़ने पर मिलेगा,डीजे पर खर्च करने वाली रक़म को गरीबो और यतीमों पर खर्च किया जाये साथ हर मोहल्ले की अंजुमन डीजे के रुपये से गरीब की बिटिया की शादी और गरीब बच्चों की तालीम पर खर्च करें, 21 नवम्बर को जुलूस ए मोहम्मदी शहर में निकलेगा हम सच्चे और पक्के आशिके रसूल से अपील करते हैं इस बार जुलूस में डीजे साउंड का इस्तेमाल न करें और उस पर खर्च होने वाली रक़म को गरीबो की भलाई के कामो में खर्च करें ताकि हम रसूल ए पाक की मोहब्बत का इज़हार कर सकें, पैगम्बर ए इस्लाम ने हम सबको सच्चे दीन का रास्तो दिखाया हैं और बेसहाराओं एवं मज़बूरो की मदद करने की सीख दी हैं। रबी उल अव्वल का चाँद मुबारक़,आ गये मददगारों के मददगार हमारे सरकार,साथ शांति सौहार्द क़ायम रखे। मस्जिदों और घरों गलियों को सजाओ साफ सफ़ाई रखो,घरों में नबी की आमद पर झण्डे लगाओ,एक दूसरे को मुबारक़बाद दो,ज़रूरतमंदों की मदद करो।