बड़ी खबर : बैंक कर्मचारियों ने अपनी पूर्व मांगों को लेकर श्रम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
बरेली ( अमरजीत सिंह,अशोक गुप्ता )- श्रम आयुक्त कार्यालय पर आखरी दिन बैंक कर्मचारियों ने अपनी पूर्व मांगों को लेकर श्रम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
दूसरे दिन भी श्रमिक संगठनों ने हड़ताल जारी रखी 29 मार्च को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में श्रमिक और कर्मचारी लेबर कमिशनर कार्यालय के समक्ष इकट्ठे। हुये जम कर नारेबाजी की गई आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता इटक के सतीश मेहता ने की. ट्रेड यूनियन फेडरेशन के महामंत्री सजीव मेहरोत्रा ने बताया कि देश का नागरिक बेरोजगारी और महगाई से त्रस्त है,लगातार चीजे खासकर गैस पेट्रोल,डीज़ल के दाम बढ़ने से आम जन का जीना मुहाल है,ऐसे में हड़ताल एक मात्र विकल्प है. बैंक यूनियन के दिनेश सक्सेना ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रम देश के नवरत्न है और सरकार इनको पूंजीपतियों को सौप देना चाहती है,जो जनविरोधी है इसलिए हम हड़ताल पर जाने। को मजबूर हुए हैं सीटू यूनियन के राजीव शांत ने कहा कि सरकार ने मनरेगा और शिक्षा का बजट कम किया है जो अन्याय पूर्ण है और इससे गरीब जनता पर इसका विपरीत प्रभाव हो रहा है आयकर कर्मचारी महासंघ के रविन्द्र सिंह ने आउट सोर्सिंग को बंद कर विभागो में नई भर्तियां करने की मांग की. बीमा कर्मचारी संघ की महामंत्री गीता शांत ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार से मांग की और कहा कि जब छोटे छोटे राज्य। हमारी मांग से सहमत है तो केंद्र सरकार को यह मांग तुरत मान लेना चाहिए अधिकारी संघ के 0ओ पी वाडर ने कर्मचारियों की पीड़ा जताई और बढ़ती महंगाई को देखते हुए न्यूनतम वेतन 26000 करने की मांग की. इन्कलाबी मज़दूर केंद्र केध्यान चन्द्र मोर्य ने अनुबंधित और ठेके के स्थान पर नियमित रोजगार की मांग की. सभा प्रदर्शन को पी पी सिंह,अनुराग,अरविंद आर के शर्मा, जे सी पालीवाल,कैलाश,ललित,अमित सिंह,चरण सिंह यादव,शाहिद केसर सिंह ,रंजन मोहले अरुण कुमार, आदि ने सम्बोधित किया