भारतीय वैज्ञानिकों ने आकाशगंगा में खोजे 28 नए तारे, हर तारे की बदलती है चमक !
नैनीताल के पास 2016 में स्थापित 3.6 मीटर लंबी देवस्थल ऑप्टीकल दूरबीन की मदद से तारागुच्छ ‘एनजीसी 4147’ की
फोटोमेट्रिक अवलोकन किया.
संस्थान के निदेशक वहाबउद्दीन ने नये परिवर्तनशील तारों के निष्कर्षों को ‘‘दुर्लभ उपलब्धि” बताया. इन तारों की चमक बदलती रहती है.
संस्थान के पूर्व निदेशक और अब यहां वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत अनिल पांडेय ने कहा कि यह पहली बार है कि ‘कोमा बेरेनाइसीस’ तारामंडल के गोल तारागुच्छ ‘एनजीसी 4147′ में इन तारों की पहचान हुई है.
पांडेय ने कहा, ‘‘संस्थान के वैज्ञानिकों की खोज गोल तारागुच्छ की संरचना के बारे में जानकारी बढाने में महत्वपूर्ण हो सकता है.”
उन्होंने कहा कि नये परिवर्तनशील तारों की खोज के अलावा, अध्ययन से ‘एनजीसी 4147′ की आंतरिक संरचना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती हैं. यह तारागुच्छ पृथ्वी से पहले जितना सोचा गया था उससे ज्यादा पास स्थित है.
पांडेय ने कहा कि डॉक्टर स्नेहलता और डॉक्टर ए के पांडेय नीत संस्थान की अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने नैनीताल के पास 2016 में स्थापित 3.6 मीटर लंबी देवस्थल ऑप्टीकल दूरबीन की मदद से तारागुच्छ ‘एनजीसी 4147′ की फोटोमेट्रिक अवलोकन किया.