Bareilly : अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन व योगावीक का समापन
मा0 मंत्री वन एवं पर्यावरण डॉ0 अरुण कुमार ने कहा कि योग व्यावहारिक स्तर पर मन व भावनाओं को संतुलित कर शरीर को स्वस्थ्य रखता हैं
मा0 सांसद श्री सन्तोष गंगवार ने कहा कि योग महर्षि पतन्जलि द्वारा प्रदत्त ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिससे योग आसनों के द्वारा ही अनेकों जटिल रोगों से बचा जा सकता हैं
बरेली, 21 जून। डोरी लाल स्पोर्ट स्टेडियम में प्रातः 6.00 बजे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस अवसर पर माननीय मंत्री वन एवं पर्यावरण डॉ0 अरूण कुमार, माननीय सांसद श्री सन्तोष कुमार गंगवार, माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रश्मि पटेल, माननीय महापौर डॉ0 उमेश गौतम, मंडलायुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल एवं मुख्य विकास अधिकारी श्री जग प्रवेश ने दीप प्रज्वलित कर योगा प्रोटोकाल का शुभारम्भ किया।
योगा प्रोटोकाल के अन्तर्गत लगभग 45 मिनट तक निर्धारित योग क्रिया व आसनों का अभ्यास कराया गया। योग प्रशिक्षक डॉ0 गरिमा सिंह ने योग आसनों व यौगिक क्रियाओं के लाभ की संक्षिप्त जानकारी दी, योग प्रशिक्षक कु0 नित्या शर्मा ने अपनी टीम के साथ योगाभ्यास कराया।
जनपद में संचालित 53 राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाया गया तथा योगा वीक के अन्तर्गत दिनांक 15 जून, 2023 से आयोजित की जा रही रंगोली, योग आसन, पोस्टर, स्लोगन, आशु भाषण प्रतियोगिताओं का समापन भी किया गया।
कार्यक्रम में मा0 मंत्री वन एवं पर्यावरण डॉ0 अरूण कुमार ने कहा कि योग व्यावहारिक स्तर पर मन व भावनाओं को संतुलित कर शरीर को स्वस्थ्य रखता हैं।
मा0 सांसद श्री सन्तोष गंगवार ने कहा कि योग महर्षि पतन्जलि द्वारा प्रदत्त ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिससे योग आसनों के द्वारा ही अनेकों जटिल रोगों से बचा जा सकता हैं।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 राजकुमार गुप्ता ने सभी माननीय व अधिकारी गण कार्यक्रम में आये प्रतिभागिओं का आभार व्यक्त किया तथा उनके द्वारा बताया गया कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिससे शरीर और आत्मा को एक रूप करना ही योग कहलाता हैं, योग मन को नियन्त्रित कर मनुष्य को शान्ति और ईश्वर से जोड़ने का माध्यम भी हैं।
आध्यामिक स्तर पर योग का तात्पर्य सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना है। योग व्यवहारिक स्तर पर शरीर, मन और भावनाओं का सन्तुलित करने का माध्यम है, जिससे हम सब अवांछनीय व्यवसनों से बचे रहते हैं और स्वस्थ्य रहते हैं।
आधुनिक जीवन में व्यस्तताओं के कारण तनावग्रस्त रहना, प्रदूषण, भागमभाग जीवन शैली के कारण अनेक बीमारियों का जन्म होता हैं, इस कारण योग का महत्व बढ़ गया हैं, इसलिए श्वेताश्वर उपनिषद में योग के महत्व को बताया गया। ‘‘न तस्य रोगों न जरा न मुत्युः। प्राप्तस्य योगाग्निमयं शरीरम्।।‘‘
कार्यक्रम के अन्त में योग सप्ताह कार्यकम के अन्तर्गत आयोजित रंगोली, योग आसन, पोस्टर, स्लोगन, आशु भाषण प्रतियोगिताओं के विजेता श्री रजत खण्डेवाल, जावेद अख्तर, पारस गोयल, एकता खण्डेवाल, कुसुम, शुभाली अग्रवाल, कुशाग्र शाह, विनय शर्मा, सान्या रस्तोगी आदि को प्रमाण पत्र वितरित किये। मंच का संचालन श्री आशुतोष शर्मा द्वारा किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ0 अभिषेक सिंह, डॉ0 मनोज कुमार आर्य, डॉ0 बृज भूषण, डॉ0 शिवपूजन सिंह, डॉ0 रंजन वर्मा, डॉ0 सुनील कुमार, श्री विजय कुमार रावत, भगवान दास मौर्य, ठाकुर दास राजपूत, हरिओम, शैलेन्द्र गुप्ता, उमेश कुमार बिशन कुमार आदि का सराहानीय सहयोग रहा। कीड़ा भारती, ब्रहमकुमारी, सूर्या इंटरनेशनल फाउंडेशन, आर्यवीर योग संस्थान योग दिवस कार्यक्रम में उपस्थित रहें।
आयुष विभाग के निर्देशानुसार आयुष ग्राम दौलीरघुवर रघुवर दयाल में भी योग दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ग्राम प्रधान दौलीरघुवर द्वारा किया गया, इस अवसर पर डॉ0 कुर्रतुल एन जैहरा जैदी, क्षेत्रीय यूनानी अधिकारी द्वारा योग के महत्व के बारे में बताया गया। योगा प्रोटोकाल के अन्तर्गत योग प्रशिक्षक श्री सौरभ शाक्य व श्रीमती विशाखा शाक्य द्वारा यौगिक क्रियायें को कराया गया व योग आसनों से लाभ की संक्षिप्त जानकारी भी प्रदान की गयी। कार्यक्रम के अन्त में योगसप्ताह के अन्तर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
योग दिवस कार्यक्रम में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 राजकुमार गुप्ता, चिकित्साधिकारी डॉ0 अभिषेक सिंह, डॉ0 मनोज कुमार आर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सोमरू प्रधान, जिला सूचना अधिकारी श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ नागरिक, समाजसेवी, जनपद के विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक, छात्र/छात्राएं सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग बरेली
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन