जानिए बरेली में कितने हैं एक्टिव केस
बरेली : उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के छह सौ से कम सक्रिय केस वाले शहरों से लॉकडाउन हटाने का फैसला लिया है।पहली जून से प्रदेश के 61 जिलों में लॉकडाउन की पाबंदियां हटा भी दी गईं, लेकिन अपने बरेली शहर में अभी ऐसा नहीं हुआ है।इसके लिए बरेली के लोगोंं को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।उसकी वजह यहां अभी कोरोना के सक्रिय केस एक हजार से ज्यादा होना है।
बीते तीन से चार दिन की रिपोर्ट पर गौर करें तो शहर में कोरोना संक्रमण काफी कम हुआ है।पॉजिटिव मरीज कम आ रहे हैं।सक्रिय मरीजों की संख्या भी काफी कम हुई है।मंगलवार रात तक सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1027 रह गई है। मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं, जिससे सक्रिय संक्रमितों की संख्या घट रही है। ऐसे में अब जल्द कर्फ्यू में ढील मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।माना जा रहा है कि आने वाले सोमवार यानी सात जून से बरेली शहर भी अनलॉक हो जाएगा।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम के अनुसार मंगलवार को करीब 5706 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई। इनमें 5681 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।सिर्फ 25 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा मंगलवार को 6760 लोगों के सैंपल जांच के लिए इकट्ठे किए गए हैं। मंगलवार को अस्पतालों से 448 मरीजों के डिस्चार्ज किया गया।
इसके साथ ही करीब 84 लोगों का होम आइसोलेशन समाप्त हुआ है। जिले में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1027 पहुंच गई है। वही, मंगलवार को जिले में ब्लैक फंगस का कोई भी मामला सामने नहीं आया। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में बरेली को भी लॉकडाउन की पाबंदियों से मुक्ति मिल जाएगी।
सीएमओ ने झोलाछाप की क्लीनिक पर मारा छापा
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम ने मंगलवार शाम को देवरनियां कस्बे में एक झोलाछाप की क्लीनिक पर छापा मारा। हाइवे से सटे क्लीनिक को बिहार का एक व्यक्ति चला रहा था। क्लीनिक में छापा पड़ते ही वहां खलबली मच गई। वहां फोल्डिंग चारपाई बिछाकर करीब दर्जन भर मरीज भर्ती किए गए थे। कुछ मरीजों को ग्लूकोज चढ़ रहा था। वहां न शारीरिक दूरी का पालन हो रहा था और तमाम लोग मास्क नहीं लगाए थे। डीएसओ ने बताया कि क्लीनिक संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।