आज मिटाने कोरोना – इंद्र देव त्रिवेदी
अगर घरों में रहें सभी,
तब ही कुछ कर सकते हैं.
आज मिटाने कोरोना,
काफी कुछ कर सकते हैं.
जिसे जरूरत रुपयों की
उसको कुछ रुपये देना.
दवा किसी को नहीं मिले
उसे आनलाइन देना.
जिसे जरूरत साबुन की
उसको कुछ साबुन देना.
जो चाहें हमसे भोजन
उसको भी भोजन देना.
बात जरूरी कहता हूं,
ध्यान लगाकर बस सुनना,
कुछ भी ना कर पायें तो
हम अपील कर सकते हैं.
आज मिटाने कोरोना……..
अगर चेन तोड़ी हमने
तभी लड़ाई जीतेंगे.
आयेंगे अच्छे दिन फिर
और बुरे दिन बीतेंगे.
कोरोना की आंखें हम
सारे मिलकर मीचेंगे.
तभी चमकते इस युग के
दृश्य यहां पर दीखेंगे.
सही- सही मैं कहता हूं
ध्यान लगाकर बस सुनना,
मन को अगर बनाया तो
सब सेवा कर सकते हैं.
आज मिटाने कोरोना………
सदा भीड़ से दूर रहें
बाजारों में ना जायें.
और लक्जरी की चीजें
घर के भीतर ना लायें.
दवा दूध सब्जी के संग
चीज़ किचन की ही आयें.
कोरोना का जर्म्स कोई
पास नहीं बिल्कुल जायें.
बात पते की कहता हूं
ध्यान लगाकर बस सुनना,
घर पर बैठे रहकर भी
बहुत काम कर सकते हैं.
आज मिटाने कोरोना……..
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214, बिहारी पुर खत्रियान, बरेली ( उत्तर प्रदेश ) – 243003
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !