पुणे शुक्रवार के बाद सैंट अल्फांसस कैथेड्रल चर्च कैंट बरेली ने हर्षो उल्लास के साथ के मनाया ईस्टर

बरेली धर्म प्रांत के धर्मगुरु बिशप इग्निशियस डिसूजा स्वामी जी से एक खास मुलाकात में बात कर जाना की क्या महत्व है

पुण्य शुक्रवार के बाद ईस्टर को मनाने का इस पर स्वामी जी ने बताया कि जैसे कि नई शुरु आत की जरूरत पड़ती है जब किसी भी नए जुड़े की शादी होती है वह लोग अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करते हैं और जब बच्चा जन्म लेता है तो उसकी भी नई शुरुआत होती है और जब कोई नई कार खरीदना है तो उसकी एक नई शुरुआत होती है और जो इस पूरे संसार पर एक सबसे बड़ी शुरुआत हुई जब उन सभी राजनेताओं ने जो प्रभु येशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए जिम्मेदार थे पुणे शुक्रवार के दिन और उन्होंने सोचा कि अब इसका समय समाप्त हो गया और यह खत्म हो गया और उसके सभी चमत्कार उसकी मानव जाति की तरफ प्रेम और लोगों को सही रास्ता दिखाना और प्रवचन देना का कार्य खत्म हो गया और उन्होंने उस को दफना दिया और तभी हम सभी के लिए एक चमत्कार हुआ कि प्रभु येशु तीसरे दिन मुर्दों में से जी उठे और अपने सभी चेलों को दिखाई दिया जिन्होंने यह सब देखा है वह इस बात के साक्षी है और गवाह है कि प्रभु मृत्यु के बाद तीसरे दिन जी उठा यह एक बहुत ही अनोखी शुरुआत थी जिस तरह हर सुबह सूर्य निकलता है और नई शुरुआत होती है और शाम को सूर्य डूबता है तो भी अगले दिन नई शुरुआत के लिए तैयार रहता है और सबसे बड़ी शुरुआत थी प्रभु यीशु का तीसरे दिन जी उठना

 

 

बरेली से नीरज सिंह की रिपोर्ट !

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