नीतीश का औचक दौरा: मुख्य सचिवालय में हड़कंप
🏃 नीतीश का औचक दौरा: मुख्य सचिवालय में हड़कंप, सुशासन पर ज़ोर
Allrights संवाददाता सोनू कुमार पटना (बिहार): बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता और सक्रियता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार सुबह अचानक मुख्य सचिवालय का औचक निरीक्षण किया। बिना किसी पूर्व सूचना के हुए इस दौरे से सचिवालय परिसर में अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया।

🏛️ निरीक्षण और प्रशासनिक निर्देश

नए कार्यकाल की शुरुआत के बाद यह मुख्यमंत्री का मुख्य सचिवालय का पहला अचानक दौरा था। उन्होंने अकेले ही (बिना किसी मंत्री के) विभिन्न कार्यालयों, मुख्य सचिव कोषांग, मंत्रिमंडल कक्ष, और वित्त मंत्री के कार्यालय का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश:
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समय और अनुशासन: सभी अधिकारी समय पर कार्यालय आएं और अनुशासित होकर संवेदनशीलता के साथ कार्य करें।
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कार्य निष्पादन: कार्यों को बेहतर ढंग से और ससमय (समय पर) पूरा किया जाए।
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स्वच्छता और व्यवस्था: परिसर की नियमित साफ-सफाई हो, और परिसर सुसज्जित एवं आकर्षक दिखे।
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हरियाली: परिसर और उद्यान क्षेत्रों को हरा-भरा रखने के लिए पौधारोपण कराया जाए।
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आगंतुकों की सुविधा: मुख्य सचिवालय आने वाले लोगों के बैठने और सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाए।

मुख्यमंत्री के इस ‘एक्टिव मोड’ को सुशासन (Good Governance) पर उनके बढ़ते ज़ोर के रूप में देखा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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