बांग्‍लादेश के प्रतिनिधिमण्‍डल ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की

बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और बांग्‍लादेश मुक्ति संग्राम पर फिल्‍म के सह-निर्माण को अंतिम रूप दिया गया

आकाशवाणी और बांग्‍लादेश बेतार के बीच सहयोग के लिए कार्य संबंधी समझौते पर सहमति बनी, इसका कार्यान्‍वयन जून 2019 से होगा

डीडी फ्री डिश अपने प्‍लेटफॉर्म पर बांग्‍लादेश टीवी को शामिल करेगा

भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त महामहिम श्री सैयद मुअज्जम अली और अन्य प्रतिनिधियों सहित बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के सलाहकार महामहिम डॉ. गौहर रिजवी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने आज सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अमित खरे और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की।

इस बैठक में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जीवन और कार्यों पर फीचर फिल्म बनाने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसके सह-निर्माण की घोषणा पहले दोनों देशों के माननीय प्रधानमंत्रियों ने की थी। इस फिल्म का निर्देशन जाने-माने फिल्म निर्माता श्री श्याम बेनेगल करेंगे, जो फिल्म के पटकथा लेखक श्री अतुल तिवारी के साथ बैठक के दौरान उपस्थित थे।

बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश में फिल्म की शूटिंग के दौरान सुचारू व्‍यवस्‍था सुनिश्चित करने में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। पटकथा लेखक श्री अतुल तिवारी इस परियोजना के लिए पृष्ठभूमि से संबंधित अनुसंधान करने के लिए बांग्लादेश की यात्रा करेंगे – इस कार्य में बांग्लादेश की जानी-मानी फिल्मी हस्‍ती श्री पिपलू खान उन्‍हें सहायता प्रदान करेंगे।

बैठक में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम पर वृत्तचित्र के सह-निर्माण पर भी चर्चा की गई। इस बात पर आपसी सहमति है कि वृत्तचित्र के निदेशक बांग्लादेश से होंगे, जिन्हें भारत के एक सह-निदेशक द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।

यह भी घोषणा की गई कि प्रसार भारती ने न केवल डीडी फ्री डिश प्लेटफॉर्म पर बांग्लादेश टीवी को शामिल करने बल्कि इसके लिए कैरिज फी भी माफ करने का फैसला किया है।

इसके बदले में बांग्लादेश प्रतिनिधिमंडल ने घोषणा की कि जल्‍द ही बांग्‍लादेश में डीटीएच प्‍लेटफॉर्म की शुरुआत की जाएगी और इसमें दूरदर्शन के चैनल को शामिल किया जाएगा।

दोनों देशों में आकाशवाणी और बांग्‍लादेश बेतार के बीच सहयोग पर कार्य संबंधी समझौते पर भी सहमति बनी जिसका कार्यान्‍वयन जून 2019 से शुरू होगा।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों में मौजूद सामुदायिक रेडियो के मजबूत नेटवर्क पर भी प्रकाश डाला और बांग्लादेश के कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही इस क्षेत्र में कंटेंट और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) की सेवाओं की पेशकश की।

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