बोले मुख्य सचिव,सदर अस्पताल में कुछ व्यवस्था के सुधार की है ज़रूरत
~मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
~सदर अस्पताल में उपलब्ध दवाओं से दिखे संतुष्ट
~आँख जाँच मशीन पर पड़े धूल देख कर बिफरे मुख्य सचिव,चिकित्सक को लगाई फटकार
जमुई:-वृहस्पति वार को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने जमुई सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।और साथ में डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी जगुनाथरेड्डी पुलिस बल के साथ तैनात रहे।निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने सबसे पहले अस्पताल में ओपीडी कक्ष का निरीक्षण करते हुए ड्यूटी में तैनात चिकित्सक डॉ चंदन कुमार से मौजूदा हालात की जानकारी लेते हुए इलाज के लिए आई एक महिला से पूछ-ताछ किये और साथ ही महिला के पर्ची पर लिखे दवाइयों की भी गहराई से जांच किये।फिर आँख विभाग कक्ष पहुँचे, जहाँ निरीक्षण के दौरान कक्ष में रखे आँख जाँच मशीन पर पड़े धूल को देख बिफर उठे और ड्यूटी पर मौजूद आँख विभाग के चिकित्सक सनिश कुमार को कड़ी फटकार लगाते हुए साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही।और साथ ही एक्सरे कक्ष होते हुए दवा काउंटर में रखे दवाइयों की भी बारीकी से जाँच किये।और सिविल सर्जन डॉ श्याम मोहन दास से अस्पताल की समस्या की भी जानकारी ली।मौके पर सीएस ने डॉक्टर की कमी की शिकायत की।
उसके बाद पत्रकरों से पूछ-ताछ के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में निरीक्षण के दौरान दवा की उपलब्धता में कमी नहीं दिखी है।मुख्य रूप से जितनी दवा की आवश्यकता होनी चाहिए लगभग सभी दवाईयाँ मौजूद हैं।आगे उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान कुछ अव्यवस्था सामने आई हैं जिसे सुधार की आवश्यकता है।वहीं डॉक्टर की कमी को लेकर उन्होंने बताया कि मुझे इसकी जानकारी मिली है बहुत जल्द ही इस समस्या का भी समाधान कर दिया जाएगा।
वहीं निरीक्षण के बाद अस्पताल से जमुई परिसदन में पहुंच कर पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक किए।इससे पूर्व बरहट प्रखंड के गुगुलडीह,गेना डीह गांव पहुंच कर नल-जल योजना और सुखाड़ की जानकारी ली।बताते चलें कि हेलीकॉप्टर से मुख्य सचिव दीपक कुमार,परिवहन विभाग के प्रधान सचिव संजय अग्रवाल,आयुक्त पंकज कुमार पाल और कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर के द्वारा चार अलग-अलग टीम बना कर जिले में स्वास्थ्य विभाग,नल-जल और सुखाड़ का निरीक्षण किया गया।