सीमा शुल्क अधिकारियों ने बांग्लादेश जा रही मछली पकड़ने वाली नौका से 3.3 करोड़ मूल्य के तस्करी के कपड़े जब्त किए

सीमा शुल्क अधिकारियों ने बांग्लादेश जा रही मछली पकड़ने वाली नौका से 3.3 करोड़ मूल्य के तस्करी के कपड़े जब्त किए

सीमा शुल्क आयुक्तालय (निवारक) पश्चिम बंगाल के अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर 6 और 7 सितंबर 2020 की मध्य रात्रि में मछली पकड़ने वाली एक नौका को रोका, जो डायमंड हार्बर से सागर द्वीप की ओर जा रही थी।

खुफिया जानकारी मिली थी कि मछली पकड़ने की आड़ में भारतीय मूल का माल लेकर एक नौका अनधिकृत नदी मार्ग और चैनल से बांग्लादेश जाने वाली है। तटरक्षक बल के सहयोग से सीमा शुल्क के अधिकारियों ने कई अहम जगहों से सतर्कता रखी।

बताए गए मार्ग पर दूर से ही मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर की पहचान कर ली गई लेकिन नौका ने रास्ता बदल दिया। सरकारी जहाजों को देख ट्रॉलर के लोगों ने भागने का प्रयास किया। आखिर में उन्हें गोनखली के पास रोक लिया गया। नौका पर सवार लोगों ने पानी में छलांग लगा दी और भागने का प्रयास किया लेकिन उनमें से 6 लोगों को बाद में भारतीय तटरक्षक बल और स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया।

ट्रॉलर में जांच करने पर कुछ बांग्लादेशी और भारतीय नागरिकों के पहचान पत्रों के साथ कई अवैध दस्तावेज बरामद किए गए। बांग्लादेशी सिम कार्ड के साथ मोबाइल फोन और बांग्लादेश में बनीं निजी चीजें भी मिली हैं। नौका में बांग्लादेश का झंडा भी था और ऐसा लग रहा था कि अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद उसे प्रदर्शित किया जाता।

नौका में सवार लोग करीब 400 पैकेटों में लगभग 3.3 करोड़ मूल्य की साड़ियां और दूसरे कपड़ों की तस्करी कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में पुष्टि हुई कि यह नौका भारतीय सामानों की तस्करी के इरादे से अनधिकृत मार्ग से होकर बांग्लादेश जा रही थी। मामले में आगे की जांच चल रही है।

इस नौका को रोके जाने से साफ हो गया है कि इन सभी अनधिकृत मार्गों पर किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने और राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सरकारी एजेंसियों द्वारा कड़ी निगरानी की जा रही है।

यह हाल के दिनों में सबसे बड़ी जब्ती में से एक है, जिसमें बांग्लादेश को होने वाली माल की तस्करी शामिल है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: