गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री पहुँचे ऐतिहासिक यहियागंज गुरुद्वारा
गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर आज लखनऊ के ऐतिहासिक यहियागंज गुरुद्वारे तेगबहादुर सिंह में आयोजित भव्य समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुँचे
उनके साथ उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा कैबिनेट मंत्री व क्षेत्र के विधायक ब्रजेश पाठक शहर की मेयर संयुक्ता भाटिया ने गुरुद्वारे में दर्शन किया। गुरु गोबिंद सिंह सिख धर्म के 10वें गुरु, दार्शनिक और कवि हैं. उन्होंने खालसा वाणी – “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतह” दी. बैसाखी के दिन 1699 में उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की उन्होंने सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को भी पूरा किया था। गुरु गोबिंद सिंह की गिनती महान लेखकों और रचनाकारों में होती है. उन्होंने ‘जाप’ साहिब, ‘अकाल उस्तत’, ‘बिचित्र नाटक’, ‘चंडी चरित्र’, ‘शास्त्र नाम माला’, ‘अथ पख्यां चरित्र लिख्यते’, ‘ज़फ़रनामा’ और ‘खालसा महिमा’ जैसी रचनाएं लिखीं. ‘बिचित्र नाटक’ को उनकी आत्मकथा माना जाता है, जो कि ‘दसम ग्रन्थ’ का एक भाग है। इस वर्ष 20 जनवारी को गुरु गोबिंद सिंह जयंती मनाई जा रही है।
लखनऊ से ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह,(राजू शर्मा) की रिपोर्ट !