Bareilly News : जोखिम भरी गर्भवती माताओं को बचाने का दिया प्रशिक्षण
जिला महिला अस्पताल में आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य कर्मियों को दी जानकारी
बरेली । महिलाओं को हाई रिस्क प्रेगनेंसी ( एचआरपी) से बचाने के लिए जिला महिला अस्पताल में भारत सरकार की संस्था एचएलएफपीपीटी के विशेषज्ञों द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया | जिसमें आशा ,एएनएम ,स्टाफ नर्स सहित स्वास्थ्य कर्मियों को गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे मैं विस्तार से समझाया |
डॉ. सीमा सिंह एचएलएफपीपीटी की स्टेट प्रोग्राम मैनेजर ने बताया की यूनिसेफ के द्वारा प्रायोजित और एचएलएफपीपीटी कम्युनिटी में आयोजित इस प्रोग्राम में जो कि मातृ पोषण, किशोर किशोरी पोषण पर आधारित है यह प्रोग्राम 45 जिलों में चल रहा है जिला महिला अस्पताल बरेली में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के अंतर्गत आशा बहनों , स्टाफ नर्स काउंसलर , जिला महिला अस्पताल के स्टाफ को फ्लिप बुक के माध्यम से जानकारी दी जा रही है|
उन्होंने आशा बहनों को वीएचएनडी के माध्यम से महिलाओं को सेवाएं दिलवाने के लिए प्रेरित करने हेतु परामर्श दिया | सर्वप्रथम जिला महिला अस्पताल के स्टाफ को गर्भवती के पंजीकरण, गर्भ काल में 4 जांचें, एचआरपी महिलाओं के चिन्हीकरण तथा संदर्भन ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश है |
प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया की हर माह की 9 तारीख को एक ही अमरेला के नीचे जिला महिला अस्पताल एवं ब्लॉक पर सभी सीएससी – पीएचसी पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती माताओ की नि:शुल्क जांचे करने का प्रावधान है इस अवसर पर कोई ना कोई डॉक्टर मौजूद रहेगा गर्भवती माताओ की सारी जांचें मुफ्त होंगी | इससे लोग प्रेरित होंगे और अपने आप को पंजीकृत कर आगे आएंगे | उसमें अगर कोई महिला जटिलता ग्रस्त होगी जिसे हम एचआरपी बोलते हैं उसका अलग मैनेजमेंट देखरेख एवं उपचार होगा | हम सभी की ज़िम्मेदारी है की महिलाओं को काउंसलिंग द्वारा प्रसव घर पर कराने के बजाये संस्थागत करवाने के लिए प्रेरित करे |
उन्होंने बताया की यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के अंतर्गत है जिसमें प्राइवेट डॉक्टरों एवं पैथोलॉजी को + जोड़ा गया है गर्भवती महिलाओं को ध्यान में रखते हुए उनके लिए रिफ्रेशमेंट की सुविधा भी है जिससे गर्भवती भूखी ना रहे |
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की जब हम एक गर्भवती माता की बात करते हैं तो पूरे 9 माह के मैनेजमेंट की बात करते हैं | मां की सेहत के लिए बच्चों में अंतराल रखना बहुत जरूरी है | उन्होंने बताया की परिवार नियोजन एवं स्तनपान के बारे में माँ को जागरूक करे आशा | जब मां स्तनपान कराती है तो उसका स्तन कैंसर से बचाव होता है, मां का पाचन ठीक रहता है | बच्चे के लिए मां का दूध अमृत समान है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है गर्भवती को तिरंगे रंग के भोजन का सेवन करना चाहिए ताकि उसमे खून की कमी न होने पाए |
इस अवसर पर मनोज कुमार रीजनल मैनेजर , पायल जोशी महिला काउंसलर, अजीम सिद्दीकी सीओ कम्युनिकेशन ऑफिसर, मित्रा कुमारी एलएचबी, आशा और एमटीएम सदस्य उपस्थित रहे