Bareilly-करवा चौथ के व्रत को लेकर सुहागिनों में दिखा हर्षोल्लास और बाजार में दिखी चमक और रौनक
हिंदू धर्म रीति के अनुसार करवा चौथ सभी व्रतों से एक बड़ा व्रत माना गया है जिसमें हर सुहागन अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जल व्रत ग्रहण करती है
और दिन भर भूखी प्यासी रहने के बाद शाम को चांद को देख और देख और पूजा कर छलनी के साथ अपने पति को देखते हुए पति के हाथों से जल ग्रहण कर और पति के पांव छूकर आशीर्वाद लेती है और फिर अपना व्रत खोलती है यह भारत संस्कृति के हिसाब से हर एक हिंदू महिला को करना बहुत ही बड़ा और खुशी का अवसर होता है जिसको हर महिला अपनी पूरी विधि के अनुसार करती है इस मौके पर सुहागन के मायके से उसके लिए कपड़े और सुहाग का पूरा सिंगार आता है और वही दूसरी तरफ सुहाग की सासू मां की तरफ से सरगी यानी कि बदाम काजू किसमिस अखरोट सभी ड्राई फ्रूट के साथ दूध और जलेबी पति की मां को देना होता है इस मौके पर सारी महिलाएं बहुत ही उत्सुकता के साथ दिन भर व्रत में रहते हुए घर में शाम की तैयारी खाना पीना और पकवान बनाती हैं जिससे घर में खुशियां चारों तरफ बिखर जाती हैं इसी को करवा चौथ का व्रत कहते हैं जोकि एक लंबे समय से पूरी रीती के हिसाब से हिंदू धर्म में हमेशा महिलाएं इस व्रत की रीती को निभाती आई हैं और आगे भी इस व्रत के अनुसार अपने पति की दीर्घ आयु की कामना ऐसे ही करती रहेंगी कि जिस तरह चंदा हर रोज चमकता है इसी तरह उनके पति की आयु भी इसी तरह चमके और जन्मो जन्म वह दोनों एक दूसरे के साथ रहे.
बरेली से सीनियर पत्रकार नीरज सिंह और संगीता सिंह की ख़ास रिपोर्ट !