Bareilly-DM ने रफ़ियाबाद गौवंश आश्रय स्थल में हरा चारा उपलब्ध नहीं कराने, भूसे की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर सम्बंधित से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए
बरेली, 5 नवम्बर। ज़िलाधिकारी श्री मानवेंद्र सिंह ने आज तहसील मीरगंज, विकास खण्ड फतेहगंज (पश्चिमी) के ग्राम रफियाबाद में संचालित वृहद गौवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया।
गौवंश आश्रय स्थल में संरक्षित किए गए 201 गोवंशों को हरा चारा उपलब्ध नहीं कराए जाने तथा आश्रय स्थल के गोदाम में रखे हुए भूसे की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर ज़िलाधिकारी ने सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। ज़िलाधिकारी ने इस गोवंश आश्रय स्थल के निरीक्षण के दौरान जनपद के समस्त गौवंश आश्रय स्थलों को 10 ग्राम पंचायतों से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम पंचायत से 2-2 गौ पालक गौवंश आश्रय स्थल को उपलब्ध कराएं। ज़िलाधिकारी ने गौवंश आश्रय स्थल के आस पास की 10 ग्राम पंचायतों को जोड़कर इनमें 50 एकड़ श्रेणी 5 व 6 की भूमि चिन्हित करने के लिए उप जिलाधिकारी, मीरगंज को निर्देश दिये जिस पर हरा चारा उगाया जाये और गौवंश आश्रय स्थल में पहुँचाया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गौवंश के चारे हेतु 30 रू० प्रति गौवंश की दर से शासन से प्राप्त होने वाली धनराशि केवल दाने पर खर्च की जाए और भूसा व हरा चारा इत्यादि ग्राम पंचायतों की चिन्हित श्रेणी 5 व 6 की भूमि पर ही उगाकर उपलब्ध कराया जाए। ज़िलाधिकारी श्री मानवेंद्र सिंह ने कहा कि गौवंश आश्रय स्थलों में आगामी ठण्ड के दृष्टिगत पुआल, टाट पट्टी इत्यादि की व्यवस्था पूर्व से ही कर ली जाए। ज़िलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी, मीरगंज को इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी नामित करते हुए निर्देश दिए कि वे प्रति सप्ताह निरीक्षण करेंगे और गौशाला की समस्त व्यवस्था हेतु जिम्मेदार भी होंगे।
बरेली से संपादक गोपाल चंद्र अग्रवाल,(राजू शर्मा ) की रिपोर्ट !