UPSTF : 436 फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 03 अभियुक्त गाजियाबाद से गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। प्रेस नोट संख्याः336, दिनांक 01-12-2023
फर्जी वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने की सम्पूर्ण भारत में 436 फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 03 अभियुक्त गाजियाबाद से गिरफ्तार
दिनांकः 30-11-2023 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को फर्जी वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने (इन्ही प्रमाण पत्रों के माध्यम से सम्भावित कूट रचित आधार कार्ड, विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग) की सम्पूर्ण भारत में 436 फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 03 अभियुक्तो को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर भारी मात्रा में कूटरचित जन्म प्रमाणपत्र, मृत्यु प्रमाणपत्र व इस कार्य में प्रयुक्त इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद करने मंे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः- 1- मोहम्मद साहिल पुत्र मो0 रज्जाक निवासी जनवल, थाना कलवारी, पोस्ट गया घाट, जनपद बस्ती हाल पता खसरा न0 278 दौलत नगर अगरौला लोनी, थाना ट्रोनिका सिटी, जनपद गाजियाबाद। (मास्टरमाइंड)
2- मो0 जुबैर पुत्र स्व0 महफूज हसन निवासी मकान नम्बर 16, बीस फिटा रोड, पे्रम नगर लोनी, थाना लोनी, जनपद गाजियाबाद।
3- रियाजुद्वीन पुत्र नौसाद आलम निवासी डी-8/17 एफ एफ-2 डीएलएफ अंकुर बिहार लोनी देहात, थाना लोनी, गाजियाबाद।
बरामदगी– 1- 01 अदद प्रिन्टर। 2- 01 अदद लेमिनेषन मषीन। 3- 01 अदद लैपटाप। 4- 02 अदद फिंगर/थम्ब स्कैनर। 5- 01 अदद वेबकैम। 6- 01 अदद पेटिएम साउन्ड बाक्स। 7- 30 अदद कोटैक बैंक केवाईसी फार्म। 8- 01 अदद सार्टिफिकेट बैंकिंग। 9- 04 अदद मोबाइल फोन। 10- 15 अदद जन्म/मृत्यु प्रमाणपत्र। 11- 08 अदद फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर विभिन्न हास्पिटल के। 12- 07 अदद नगर पंचायत/नगर पालिका/नगर निगम के फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर।
13- नगद 1900 रुपये नकद।
गिरफ्तारी का दिनांक, स्थान व समयः- मो0 साहिल व मो0 जुबैर- दिनांकः 30-11-2023 स्थानः कस्बा दौलत नगर थाना ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद समयः 21ः30 बजे।
रियाजुद्वीन- दिनांकः 01-12-2023 स्थानः ट्रोनिका सिटी तिराहा थाना ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद समयः 13ः05 बजे। एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विगत काफी
समय से फर्जी वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने (इन्ही प्रमाण पत्रों के माध्यम से कूट रचित आधार कार्ड, विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग करने हेतु) की सम्पूर्ण भारत में सैकडों की संख्या में फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी।
इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 उ0प्र0 की विभिन्न टीमांे/इकाईयों को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 के पर्यवेक्षण मे निरीक्षक श्री संजय सिंह के नेतृत्व में एस0टी0एफ0 मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि विभिन्न फर्जी वेबसाइटों व साफ्टवेयर के माध्यम से अनाधिकृत तरीके से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने की सम्पूर्ण भारत में सैकडों की संख्या में फ्रेंचाइजी देने वाला एक संगठित गिरोह गाजियाबाद में सक्रिय है।
एसटीएफ टीम द्वारा निरीक्षक श्री संजय सिंह के नेतृत्व में उपरोक्त प्रकरण पर तकनीकी एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए दिनांक 30-11-2023 को 21ः30 बजे उपरोक्त संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई व आज दिनांक 01/12/2023 को 13ः05 बजे रियाजुद्वीन गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ मे गिरोह के मास्टरमाइंड मो0 साहिल नें बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है जिसमें मो0 जुबेर, मो0 ईदू अन्सारी, मो0 अरसद, अनीष अहमद, शहीम अंषारी, इंन्द्रेष यादव, मो0 अफाक आलम, विवेक कुमार गुप्ता आदि है। हम लोग द्वारा सरकारी वेबसाइटwww.crsorgi.gov.in जिससे प्रमाणित जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र बनते है से मिलती जुलती फर्जी व कूटरचित वेबसाइटों का प्रयोग कर कूटरचित/फर्जी जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाते है। हम लोगों द्वारा विभिन्न राज्यों में रहने वाले साफ्टवेयर डेवलपर द्वारा वेबसाइट संचालित करायी जाती है एवं फ्रेंचाइजी माडल पर दिया जाता है।
हम लोगों द्वारा विदेषों से घुसपैठ करने वाले नागरिकों का भी भारतीय जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, जिसके आधार पर वह व्यक्ति भारतीय निवास प्रमाण पत्र प्राप्त करने के उपरान्त भारत का आधार कार्ड बनवा लेता है।
यह प्रमाण पत्र हम लोगों द्वारा लैपटाप एवं डेस्कटाप के माध्यम से बनाये जा रहे है। इस कृत्य से हम लोगों द्वारा अबतक कुल 6575 जन्म प्रमाण पत्र, 224 मृत्यु प्रमाण पत्र एवं 436 फ्रेंचाइजी बनायी जा चुकी है। मो0 जुबैर उपरोक्त ने भी पूछताछ में साहिल द्वारा बतायी गयी बातों का समर्थन करते हुए बताया कि हम लोग यह कार्य व्हाटसएप ग्रुप, टेलीग्राम एवं उपरोक्त वेबसाइट के माध्यम से जनता के व्यक्तियों से सम्पर्क कर, करते है।
आज दिनांक 01/12/2023 को गिरफ्तार किय गये रियाजुद्वीन से पूछताछ की जा रही है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की गतिविधियों व उनके द्वारा फर्जी तरीके से बनाये गये जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर सम्भावित बनाये गये आधार कार्ड के सम्बन्ध में न्प्क्।प् से जानकारी प्राप्त की जा रही है व विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग कूटरचित मृत्यु प्रमाणपत्र के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग से जानकारी प्राप्त करते हुए गैंग के अन्य सदस्यों के विरूद्व कडी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों, सर्वर, फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर व कूटरचित दस्तावेजों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त को थाना ट्रोनिका सिटी पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में मु0अ0स0 683/2023 धारा 34/188/419/420/467/468/471/411 भा0द0वि0 व 66 सी व डी सूचना प्रोद्यौगिकी अधि0 का अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया अग्रेतर विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन