UP STF : ब्लड बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सरगना सहित 07 सदस्यों को किया गया गिरफ्तार।
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। प्रेस नोट सं0 224, दिनांक-30-06-2022
राजस्थान राज्य के विभिन्न जनपदों से मानव रक्त (पी0आर0बी0सी0) को कूटरचित प्रपत्रों के माध्यम से तस्करी कर लखनऊ एवं आस-पास के जनपदों के विभिन्न हास्पिटल, ब्लड बैंक आदि में धोखा-धड़ी कर ब्लड बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सरगना सहित 07 सदस्यों को 302 यूनिट ब्लड बैग के साथ एस0टी0एफ0 द्वारा किया गया गिरफ्तार।
आज दिनाकः 30-06-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को राजस्थान राज्य के विभिन्न जनपदों से मानव रक्त (पी0आर0बी0सी0) को कूटरचित प्रपत्रों के माध्यम से तस्करी कर लखनऊ एवं आस-पास के जनपदों में विभिन्न हास्पिटल, ब्लड बैंक आदि में धोखा-धड़ी कर ब्लड बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सरगना सहित 07 सदस्यों को 302 यूनिट ब्लड बैग सहित गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गयी।
बरामदगीः
1- 302 यूनिट रेड ब्लड बैग 2- 21 अदद कूटरचित पत्र नारायणी चैरेटेबिल ब्लड बैंक, बाराबिरवा, लखनऊ। 3- 07 अदद मोबाइल फोन, 4- 03 अदद ए0टी0एम0 कार्ड, 5- 03 अदद पैन कार्ड, 6- 04 अदद आधार कार्ड 7- 04 अदद डी0एल0 8- 03 अदद क्रेडिट कार्ड, 9- कार स्विफ्ट डिजायर यू0पी0-32-केबी-7110 10- कार होण्डा डब्लूआरवी यूपी-32-एलआर-6908 11- रू0 19435/- नगद
ज्ञातव्य है कि दिनाकः 26-10-2018 एवं 16-09-2021 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश द्वारा अवैध तरीके से मानव रक्त (ब्लड) निकाल कर उसको सेलाइन वाटर की मिलावट से दुगना कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर असुरक्षित ब्लड एवं कूट रचित दस्तावेजों सहित अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया था। तभी से एस0टी0एफ0 टीम द्वारा ब्लड बैंक के सदस्यों पर सतत् निगरानी की जा रही थी। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन मे श्री प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 के निर्देशन में एस0टी0एफ0 मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान मु0आ0 कवीन्द्र साहनी को जमीनी स्तर से जानकारी प्राप्त हुई कि जनपद लखनऊ के रहने वाले कुछ लोगों द्वारा संगठित तरीके से बडे़ पैमाने पर गैर प्रातों से ब्लड तस्करी कर लाया जाता है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित है। इस प्रकार की तस्करी कूटरचित प्रपत्रों के आधार पर जरुरत मंदो व एजेंटो के माध्यम से लखनऊ व आस पास के जनपदो के ब्लड बैंको तथा हास्पिटलों में सप्लाई किया जाता है। दिनांक 29-06-2022 को सूचना मिली की बडे़ पैमाने पर ब्लड तस्करी करके राजस्थान राज्य से लाकर जनपद लखनऊ स्थित विभिन्न ब्लड बैंको/हास्पिटलो में सप्लाई किया जाना है।
इस सूचना पर उपनिरीक्षक संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 कवीन्द्र साहनी, चन्द्र प्रकाश मिश्र, मो0 जावेद आलम, बरनाम सिंह, आरक्षी मुनेन्द्र सिंह, मु0आ0 कमाण्डो रमाशंकर यादव की टीम गठित कर स्थानीय ड्रग विभाग के सहायक (आयुक्त) औषधि श्री मनोज कुमार व (औषधि) निरीक्षक श्रीमती माधुरी सिंह के साथ मुखबिर के बताये स्थान मिड लाइफ ब्लड बैंक ठाकुरगंज, लखनऊ पर पहॅुचकर अपनी उपस्थिति को छिपाते हुये मुखबिर के साथ इन्तजार करने लगे कि कुछ ही देर में स्वीफ्ट डिजायर कार नं0 यूपी 32 के0बी0 7110 आकर ब्लड बैंक के पास रूकी। मुखबिर ने इशारा कर बताया कि इस गाड़ी में तस्करी कर लाया गया ब्लड है और मुडकर चला गया। इस पर औषधि विभाग के अधिकारियो के साथ पुलिस की टीम उक्त कार में आये व्यक्तियों के क्रिया-कलापों की निगरानी करने लगी तो मिड लाइफ ब्लड बैंक से आकर 02 व्यक्ति उक्त कार से 02 बाक्स निकालकर कार से आये दोनों व्यक्तियो के साथ ब्लड बैंक के अन्दर चले गये। इस पर टीम के सभी सदस्यो द्वारा आवश्यक घेराबन्दी कर एक बारगी दबिश देकर समय लगभग 21.50 बजे उक्त चारों व्यक्तियों को अभिरक्षा में ले लिया गया।
टीम द्वारा ली गयी तलाशी से ब्लड बैंक के अन्दर लाये गये दोनों गत्तों में ब्लड बैग भरे हुए थे जिसमें मि़त्रा कम्पनी का स्टिकर लगा है परन्तु डोनर का नाम कलेक्शन करने वाले का नाम, एक्सपाइरी डेट आदि अंकित नहीं है। गत्तों में भरे हुए ब्लड बैगों के लिए आवश्यक तापमान की भी व्यवस्था नही थी। औषधि विभाग के अधिकारियों द्वारा सुक्ष्म निरीक्षण कर बताया गया कि ब्लड बैग गत्तों में बे-तरतीब ढंग से ठूसे हुए है, जिनमंे कोल्ड चेन भी मेन्टेन नही है और न ही ब्लड बैग के उपर किसी ब्लड बैंक का लेबल लगा है। जिससे स्पष्ट है कि यह अवैध रूप से तस्करी कर लाया गया अवैध ब्लड है।