आज जैन समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई

आज जैन समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई जब राष्ट्रीय स्तर पर शिखरजी बचाओ महाअभियान का हिस्सा रहे बरेली के सौरभ जैन ने समाज को अवगत कराया कि पवित्र तीर्थराज श्री सम्मेद शिखरजी की पवित्रता व पावनता को सुरक्षित व अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संथाल आदिवासियों सहित अन्य स्थानीय जातियों ने महाराज श्री के समक्ष एकत्र होकर शपथ ली है।

इस अवसर पर रामपुर गार्डन जैन मंदिर में, महावीर निर्माण समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन जी ने बताया कि संथाल आदिवासियों ने कहा है कि वह वृक्ष, पर्वत, जल स्रोतों आदि प्रकृति निर्मित की पूजा करते हैं, उनका शिखरजी क्षेत्र में गर्भग्रह निर्माण की बात सामने आना अफवाह है।

निर्माण समिति के महासचिव कृष्ण कुमार जैन ने बताया कि महाराज श्री प्रमाण सागर जी के कथनानुसार श्री सम्मेद शिखर जी में कार्य कर रही दिगंबर, श्वेतांबर, बीसपंथी, तेरापंथी आदि संस्थाएं संयुक्त रूप से बैठकर नियमावली का निर्माण करें व क्षेत्र में स्थान–स्थान पर नियमावली संबंधित बोर्ड लगाए जाएं व उनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए, यही बात आदिवासी समाज की ओर से भी आई।

निर्माण समिति के सचिव व अहिक्षेत्र समिति के मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन ने बताया कि श्री सम्मेद शिखरजी के लिए यह भी निश्चित हुआ है कि पर्वत के नीचे से लेकर ऊपर तक जैन विधि के अनुरूप क्रिया विधि व पूजन होगा जैसे कि अन्य समुदायों में उनके तीर्थ क्षेत्रों में होता है, जिसका पालन जैन–अजैन सभी करेंगे, श्री सम्मेद शिखर जी पर्यटन क्षेत्र नहीं बल्कि जैनियों का पवित्र पूजन स्थल है, इसके 5 किलोमीटर की परिधि पवित्र क्षेत्र के रूप में सरकार द्वारा नोटिफाइड भी है।

शिखरजी बचाओ महाअभियान में सक्रिय रहे सौरभ जैन ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी झारखंड के मुख्य सचिव को श्री सम्मेद शिखर जी में मांस मदिरा बिक्री रोकने हेतु आवश्यक कदम उठाने व 31 जनवरी तक इस हेतु की गई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

इसी के साथ ही 15 जनवरी से चला आ रहा जैन समाज में उद्वेलन शांति की ओर अग्रेषित हुआ, सभी ने इसे सकल जैन समाज की विजय बताया व युवाओं के निरंतर प्रयास की सराहना की। इसके साथ ही पांचों राज्यों में चुनाव बहिष्कार व इस्तीफे देने के फैसले को भी स्थगित कर दिया गया है। किंतु इस मामले में राजनीतिक दलों के अंत तक अहस्तक्षेप से एक कसक अवश्य रह गई।

 

 

बरेली से अशोक गुप्ता की रिपोर्ट !

 

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