21 सूत्री मांगों को लेकर पंच सरपंच ने निकाला आक्रोश मार्च,दिया महाधरना
@ बिहार सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी,पूरे शहर का किया भ्रमण
@बिहार सरकार के खिलाफ आक्रोशित दिखे पंच सरपंच संघ के लोग
रिपोर्ट,मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)
जमुई:-बिहार सरकार से अपनी 21 सूत्री मांगो के समर्थन में मंगलवार को समाहरणालय गेट पर पंच सरपंच संघ के बैनर तले जिले के सभी पंच सरपंच उप सरपंच ने महाधरना प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। इससे पूर्व संघ द्वारा शहर के कृष्ण सिंह स्टेडियम परिसर से बिहार सरकार के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला गया।इस दौरान बिहार सरकार होस में आओ, तुम्हारी मनमानी नही चलेगी, नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो आदी नारेबाजी भी की गयी। आक्रोश मार्च शहर के कचहरी चौक, महारागंज,महिसौड़ी,जेल रोड, पंच मंदिर,धर्मशाला रोड होते हुए समाहरणालय पहुंच कर एक महाधरना में तब्दील हो गई।इस धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष अनिल रविदास ने की।
संघ के प्रखंड अध्यक्ष अनिल रविदास ने कहा कि बिहार सरकार हमलोगो के साथ सोतेला व्यवहार कर रहा है।साथ ही बिहार सरकार के पुलिस प्रशासन हमलोगो की कोई कद्र ही नही करती है। उन्होंने कहा कि सरकार हमलोगो को ग्राम कचहरी चलाने के लिए साल भर में मात्र 4 हजार रुपये देती है। तथा मानदेय के नाम पर भी कुछ नही देती है।वहीं ग्राम कचहरी के फैसले को स्थानीय थाना द्वारा दरकिनार कर मामले को दर्ज कर लिया जाता है। जबकि ग्राम कचहरी का संचालन सरकार द्वारा इसलिए कराया जा रहा है ताकी गांव के समस्या गांव में ही निपटारा हो जिससे कोर्ट कचहरी के चक्कर नही लगाने पडे। लेकिन सरकार के इस नियम को स्थानीय थाना द्वारा पैसे की लालच में सरपंच द्वारा दिये फैसले के बाद भी मामला को दर्ज कर लिया जाता है।
*माँग नहीं कि गई पूरी तो आंदोलन को किया जाएगा तेज़
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से हमारी मांग है कि सरपंच का मानदेय 25 सौ से बढाकर 10 हजार प्रति माह, उप सरपंच का मानदेय 12 सौ से बढाकर 8 हजार व पंच का 5 सौ रुपए से बढ़ाकर 5 हजार दिया जाए। नही तो हमलोगो का आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा।और इससे भी ज़्यादा तेज़ किया जाएगा।मौके पर राम स्वरुप यादव छोटे लाल चौधरी बमबम सिंह मकबुल अंसारी राजेश कुमार मालाकार बृजनंदन सिंह नर्सिग पासवान शंकर पांडेय जितेन्द्र रावत रेणु देवी नीतु देवी विना देवी राधा देवी चंपा देवी योगेन्द्र यादव वासुदेव मिश्रा मनोरंजन प्रसाद सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष पंच सरपंच उप सरपंच मौजूद थे।