Bareilly-आईवीआरआई में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
बरेली 29 अक्टूबर। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत आज उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, आईवीआरआई में किया। जिसका उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी श्री चन्द्र मोहन गर्ग ने किया गया।
कार्यशाला में स्वरोजगार, छोटे व असंगठित उद्यमियों को बढावा देने एवं बैंक ऋण पर उप निदेशक उद्यान, बरेली मण्डल, जिला उद्यान अधिकारी, बरेली, शाहजहॉंपुर तथा पीलीभीत, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, उपायुक्त जिला उद्योग केन्द्र, जिला विकास प्रबंधक (नाबार्ड), लीड बैंक अधिकारी बरेली एवं बदायूँ ,डीजीएम एसबीआई बरेली द्वारा विचार व्यक्त किये गये एवं योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र भी बाटें गये। कार्यशाला में योजना के अन्तर्गत आवेदन करने, ऋण प्राप्त करने व अन्य समस्याओं के सबंध में लखनऊ से आये विशेषज्ञों ने अवगत कराया। कार्यक्रम में उप निदेशक उद्यान, बरेली मण्डल, जिला उद्यान अधिकारी, बरेली, शाहजहॉंपुर तथा पीलीभीत, प्रधानाचार्य, राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्र, प्रभारी, राजकीय फल संरक्षण केन्द्र, बरेली पीलीभीत, बदायू, तथा शाहजंहापुर, इकाई एवं कृषक एफपीओ, उद्यमियों, हाफेड की निदेशक श्रीमती डिम्पल गौड समेत 200 खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों ने हिस्सा लिया। जनपद के लिए एक जिला एक उत्पाद दुग्ध चिन्हित किया गया। इस योजना के तहत उद्यमियों को कुल लागत का 35 प्रतिशत या अधिकतम 10 लाख प्रति इकाई अनुमन्य है। कार्यक्रम का संचालन जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने किया। योजनान्तर्गत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों के तकनीकी उन्नयन और औपचारिकीकरण में प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण अवयव है। प्रत्येक लाभार्थी और अनुदान लेने वाले संस्थान अपने कौशल का उन्नयन करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, जिले में ओडीओपी उत्पाद बनाने वाली अन्य मौजूदा व्यक्तिगत इकाइयों और समूहों यदि उन्हें क्रेडिट लिंक्ड अनुदान के माध्यम से सहायता न भी दी जा रही हो तो भी प्रशिक्षण सहायता प्रदान की जाएगी। प्रशिक्षण सहायता उन उद्योगों को भी दी जाएगी जो विपणन और ब्रांडिंग की सहायता लेंगे अथवा ऐसे नेटवर्क से जोड़ने की क्षमता रखते हों इस योजनान्तर्गत कार्यालय प्रधानाचार्य राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अधिक जानकारी हेतु प्रधानाचार्य श्री रमेश चन्द्र मो. नं. 8445957911 एवं श्री नवीन चन्द्र जोशी, मो.नं. 7895393602 से दूरभाष पर सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत एवं समूह लाभार्थियों के लिए प्रशिक्षण उद्यमशीलता विकास, उद्यम प्रचालनों के अनिवार्य कार्योंए खाता.बही, पंजीकरण, एफएसएसएआई मानकों, उद्योग आधार, जीएसटी पंजीकरण, सामान्य हाईजीन, पैकेजिंग, विपणन, इत्यादि पर फोकस करेगा। ओडीओपी के मॉडल उत्पाद पर डिजाइन किया गया विशिष्ट प्रशिक्षण उद्यमियों के कार्य स्थल के निकट चलाया जाएगा। ग्रामीण स्व.रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) और जिला स्तर पर अन्य संस्थाओं की मौजूदा अवसंरचना प्रशिक्षण देने के लिए उपयोग में लाई जाएगी। पंजीकरण करने की प्रक्रिया में सर्वप्रथम आप इस लिंक pmfme.mofi.gov.@pmfme@#Login पर जायें तथा आवेदन करें। डीआरपी आपकी सहायता कर आवेदन को डी.एल.सी. के पास संस्तुत करेगा। डी.एल.सी. आवेदन को स्वीकृत कर बैंक को टर्म लोन हेतु भेजेगा। सम्बन्धित बैंक टर्म लोन स्वीकृत करेगा। बैंक द्वारा टर्म लोन स्वीकृत कर एम.ओ.एफ.पी.आई. को संस्तुत करेगा। राज्य सरकार एवं भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आपकी अनुदान धनराशि बैंक को भेजेगा।
बरेली से संपादक गोपाल चंद्र अग्रवाल,(राजू शर्मा ) की रिपोर्ट !