ISIS मॉड्यूल: ED ने ₹9.70 Cr. जब्त किए
💥 ISIS फंडिंग पर बड़ा प्रहार! ED ने मुंबई, दिल्ली सहित 40 ठिकानों पर की छापेमारी, ₹9.70 करोड़ कैश और सोना जब्त; ‘खैर लकड़ी’ तस्करी से जुड़े तार
मुंबई/नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुँचाने वाले एक बड़े रैकेट पर शिकंजा कसा है। ED के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय ने 11 दिसंबर 2025 को ISIS-संबद्ध हाईली रेडिकलाइज्ड मॉड्यूल से जुड़े व्यक्तियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत देश भर में 40 ठिकानों पर व्यापक छापेमारी की।
यह छापेमारी मुंबई के पास पडघा-बोरिवली क्षेत्र, दिल्ली, कोलकाता, हजारीबाग, प्रयागराज, दमन और रत्नागिरी सहित कई राज्यों और जिलों में की गई। यह कार्रवाई साकिब नाचन और अन्य के मामले में चल रही जाँच का हिस्सा है।
💰 ₹9.70 करोड़ की चल संपत्ति जब्त, 25 बैंक खाते फ्रीज
ED की सर्च ऑपरेशन के दौरान, बड़ी मात्रा में चल संपत्ति बरामद और जब्त की गई:
| विवरण | अनुमानित मूल्य (₹) |
| नकद (Cash) | ₹3.70 करोड़ |
| सोना/ज्वेलरी (Gold) | ₹6.00 करोड़ |
| कुल जब्त राशि | ₹9.70 करोड़ (लगभग) |
इसके अलावा, आरोपियों और संदिग्धों से संबंधित 25 बैंक खातों को तत्काल प्रभाव से फ्रीज (Freeze) कर दिया गया। जांच दल ने आपत्तिजनक दस्तावेज़, चरमपंथ को बढ़ावा देने वाला साहित्य, डिजिटल उपकरण, और आरोपियों की अचल संपत्तियों के विवरण भी जब्त किए हैं।
🌳 ‘खैर लकड़ी’ की तस्करी से जुटाया जाता था पैसा
ED ने NIA द्वारा IPC, UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम), और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर और दायर चार्जशीट के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जाँच शुरू की थी।
जाँच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ:
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टेरर मॉड्यूल का काम: ये व्यक्ति अत्यधिक कट्टरपंथी ISIS-संबद्ध मॉड्यूल का हिस्सा थे और भर्ती, प्रशिक्षण, हथियार और विस्फोटक की खरीद में शामिल थे।
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फंडिंग का स्रोत: मुंबई एटीएस (ATS) से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर पता चला कि यह ISIS मॉड्यूल अवैध राजस्व-जनरेटिंग गतिविधियों में भी शामिल था।
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‘खैर लकड़ी’ की तस्करी: इन व्यक्तियों पर संरक्षित वन क्षेत्रों से खैर (कैथ) लकड़ी की गुप्त कटाई, तस्करी और बिक्री में शामिल होने का संदेह है। इस अवैध व्यापार से अर्जित धन को चरमपंथी गतिविधियों को समर्थन देने के लिए डाइवर्ट किया जा रहा था।
🔗 हवाला और कट्ठा उत्पादकों पर भी कार्रवाई
ED की वित्तीय जाँच में यह भी पाया गया कि कई संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक खातों से इस मामले के मुख्य आरोपियों के साथ मौद्रिक संबंध थे। राष्ट्रीय सुरक्षा के जोखिम और अपराध की गंभीरता को देखते हुए, आरोपियों, उनके करीबियों, परिवार के सदस्यों और वित्तीय लिंक दर्शाने वाली संस्थाओं से जुड़े ठिकानों पर PMLA के तहत छापेमारी की गई।
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हवाला ऑपरेशन: जाँच के दौरान हवाला ऑपरेशनों से संबंधित विवरण भी मिले हैं।
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कट्ठा उत्पादक: पडघा-बोरिवली ISIS मॉड्यूल से जुड़े व्यक्तियों द्वारा अवैध रूप से खैर के पेड़ काटे जाने की पुष्टि होने के बाद, ED ने उन कंपनियों/इकाइयों पर भी छापेमारी की जो इन संदिग्धों से खैर की लकड़ी खरीदकर ‘कट्ठा’ (Kattha) का उत्पादन कर रही थीं।
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वन विभाग को सूचना: सर्च ऑपरेशन के दौरान अवैध रूप से प्राप्त की गई खैर की लकड़ी (Prima facie illegally obtained Kaith Wood) भी मिली। इस पर उचित कार्रवाई के लिए संबंधित क्षेत्र के वन विभाग (Forest Department) के अधिकारियों को सूचित किया गया है।
ED की इस कार्रवाई से न केवल आतंकवाद की फंडिंग पर चोट पहुँची है, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों के अवैध दोहन से जुड़े नेटवर्क का भी पर्दाफाश हुआ है। आगे की जाँच प्रगति पर है।
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