होली से पूर्व कोविड वायरस के बढ़ते मामलो के अलावा नए स्ट्रेन का मिलना चिंतनीय – निर्भय सक्सेना

होली से पूर्व कोविड वायरस के बढ़ते मामलो के अलावा नए स्ट्रेन का मिलना चिंतनीय ! — निर्भयसक्सेना– भारत मे होली आने से कुछ दिन पहले ही अब कोविड 19 वायरस के बढ़ते मामलो के साथ ही कोरोना के नए स्ट्रेन का मिलने से सभी की चिंता बढ़ रही है। जबकि कुछ पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में रात्रि कर्फ्यू भी पिछले सप्ताह से लागू है। भारत में अब तक सवा पांच करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर जी अब 45 साल की आयु के लोगो को भी कोविड वेक्सीन देने की सरकार की नीति की घोषणा कर चुके है। इस सब के बावजूद कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप देश मे अभी भी थम नहीं रहा है। हर दिन रिकॉर्ड तोड़ कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं। अब मार्च 2021 में पांच महीने बाद ही 53 हजार से ज्यादा कोरोना केस रिकार्ड हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मार्च में ही पिछले 24 घंटों में 53 हजार 476 नए कोरोना केस आए और 251 लोगों की जान चली गई है. हालांकि 26 हजार 490 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। बुधवार को देश में 53 हजार 476 नए कोरोना केस सामने आए हैं जो बीते साल 23 अक्टूबर 2020 के बाद से यह सबसे बड़ा नम्बर है। इस तरह कोरोना वायरस का संक्रमण बीते 5 माह के सर्वाधिक केस पर पहुंच गया है। 23 अक्टूबर 2020 को देश में 54 हजार 350 नए केस मिले थे, उसके बाद से लगातार यह संख्या कम हो रही थी। हालांकि तब यह नए मामलों का सर्वाधिक नम्बर था। उसके बाद लगातार कोरोना के नए केसों की संख्या में गिरावट देखने को मिल रही थी, लेकिन इस मार्च के महीने में लगातार बढ़त हो रही है। हर दिन नए केसों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब हर दिन 30 हजार, फिर 40 और अब 50 हजार नए केसों का नम्बर पहुंच गया है। कोरोना की पहली लहर का देश मे उछाल पिछले साल 17 सितंबर 2020 को देखा गया था, जब देश में 98 हजार केस सामने आए थे। कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी कम नहीं हो रहा है। उधर कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करने चीन गए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के दल ने अपनी रिपोर्ट प्रकाशित करने की तैयारियों को टाल दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अब यह रिपोर्ट कुछ दिन बाद ही प्रकाशित हो सकती है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता क्रिस्टियन लिंडमियर ने कहा कि रिपोर्ट अभी पूरी तरह तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां तक तकनीकी विशेषज्ञों, मिशन के सदस्यों से उन्हें जानकारी मिली है कि रिपोर्ट इसी माह में आने की संभावना है। बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट से तमाम दावों और आरोपों के बारे में तथ्यपरक जानकारी सामने आ सकती है। जैसे वायरस कैसे पशुओं से इंसानों तक पहुंचा। वुहान में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का दल करीब एक माह तक रहा था ।अगर कोविड रिकवरी की बात हो तो दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा भारत में रिकवरी हुई है। अब मौत के मामले में अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको के बाद ही भारत का नंबर है। एक्टिव केस के मामले में भी भारत दुनिया में 7वें स्थान पर है।
देश में सवा पांच करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दिए जाने के बावजूद संक्रमण का प्रकोप थम नहीं रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 53 हजार 476 नए कोरोना केस आए और 251 लोगों की जान चली गई है. हालांकि 26,490 लोग कोरोना से ठीक भी हुए थे। जब देश में कोरोना संक्रमण की संख्या घटने लगी थी। अब 10 जिलों में स्थिति काफी खराब है। देश के दस जिलो पुणे, नागपुर, मुंबई, थाने, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु, अर्बन नांदेड़, जलगांव और अकोला में रोज नए केस आ रहे हैं । महाराष्ट्र में 9 जिले हैं और एक कर्नाटक का जिला है जहां सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र और पंजाब में भी लगातार कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। इन दोनों के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ में केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में बुधवार को कोरोना टीकाकरण के 68 वें दिन तक कुल पांच करोड़ 31 लाख वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। बीते दिन कुल 23.03 लाख वैक्सीन डोज दी गई। 20 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां 92 फीसदी हैल्थकेयर वर्करों को पहला डोज दे दिया है। वहीं 10 राज्य ऐसे हैं जहां शत प्रतिशत हैल्थकेयर वर्करों को पहली डोज दे दी है। देश में 11 राज्य ऐसे हैं जिन्होंने 90 फीसदी से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्करों का पहला डोज दे दिया है। वहीं 9 राज्य ऐसे है जहां 80 फीसदी फ्रंटलाइन वर्करों को दूसरा डोज दे दिया है।। देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन आजकल युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस बीच कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड की दोनों खुराक के बीच अंतराल की अवधि को भी बढ़ा दिया गया है। विशेषज्ञ समूह की सिफारिश पर भारत सरकार ने यह फैसला लिया है। केंद्र सरकार की ओर से बताया है कि कोविशील्ड की पहली डोज लगने के 4 से 6 सप्ताह के बाद ही वेक्सीन की दूसरी खुराक दी जा रही है। जिसे अब से बढ़ाकर 6-8 सप्ताह किया जा रहा है । यह निर्देश ऐसे समय में लिया गया है जब देशभर में 60 साल से ऊपर और 45 साल से अधिक उम्र के बीमार लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सरकार ने साफ किया है कि यह संशोधित गैप केवल कोविशील्ड पर लागू होगा। कोवैक्सीन के लिए नहीं। केंद्र सरकार ने इस बाबत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। केंद्र सरकार की और से बताया गया है कि कोविड टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के रिसर्च के बाद यह निर्णय लिया जा रहा है। अब राज्य सरकारें इस पर अमल करेंगी। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में कोविशील्ड वैक्सीन बन रही है। देश में कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी से शुरू हुआ है। दूसरा चरण एक मार्च से शुरू हुआ और अब तक देश के सवा पांच करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।
ऐसी भी जानकारी मिली है कि भारत अब कोविड-19 टीकों के निर्यात में कमी करेगा। देश मे कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर सरकार का ध्यान घरेलू मांग को पूरा करने पर केंद्रित हो गया है। भारत विभिन्न देशों से की जा चुकी प्रतिबद्धताएं तो अब पूरी करेगा लेकिन घरेलू मांग पूरा करने के लिए कुछ महीनों के लिए निर्यात में कमी भी करेगा। स्मरण रहे भारत ने विदेशों में कोरोना वेक्सीन की आपूर्ति करना 20 जनवरी से शुरू किया था। भारत अब तक करीब 71 देशों में कोविड वेक्सीन की छह करोड़ चार लाख डोज भिजवा चुका है। निर्भय सक्सेना, पत्रकार बरेली। मोबाइल 9411005249 7060205249

 

 

बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !

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