बस्ती ; कोरोना मरीज़ व गर्भवती को अभी नहीं लगेगा कोरोना का टीका
इसमें सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट अस्पताल के कर्मी शामिल हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. फकरेयार हुसैन ने बताया कि अभी तक कोरोना टीकाकरण को लेकर कोई स्पष्ट गाइड लाइन नहीं है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार केवल कोरोना के मरीजों व गर्भवती को एहतियातन टीका नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए जहां व्यवस्था की जा रही है, वहां पर किसी भी कोरोना मरीज का आना वर्जित रहेगा, इसलिए उसे वैसे भी टीका नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावा किसी महिला कर्मी के गर्भवती होने की दशा में उसे भी टीका नहीं लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अभी तक टीके के गर्भवती पर पड़ने वाले साइड इफेक्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसी दशा में गर्भवती को टीका न लगाया जाना बच्चे की सुरक्षा की दृष्टि से ठीक रहेगा। उनका कहना है कि कोमार्बिड, कम उम्र के बच्चों, ज्यादा बुजुर्ग को टीका लगाया जाना है कि नहीं, इसके बारे में शासन की गाइड लाइन आने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। पहले चरण में केवल हेल्थ केयर वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स को शामिल किया जाएगा। फ्रंट लाइन वर्कर्स में सफाई कर्मी व पुलिस स्टॉफ आदि शामिल होंगे। टीकाकरण की तैयारियों को लेकर जिले की टीम लगातार स्टेट के अधिकारियों के संपर्क में है तथा वहां से नियमित ब्रीफिंग की जा रही है। टीकाकरण शुरू होने से पहले किसे टीका लगाया जाना है तथा किसे नहीं, इस बारे में स्पष्ट निर्देश मिल जाने की उम्मीद है। *तैयार की जा रही है एईएफआई टीम*
हर ब्लॉक में एडवर्स इफेक्ट फॉलोइंग इम्युनाईजेशन (एईएफआई) टीम का गठन किया जा रहा है। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर बनने वाली इस टीम में चिकित्सक के अलावा पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल होंगे। टीकाकरण के बाद लाभार्थी को आधे घंटे तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। इसके बाद अगर उसे कोई समस्या होती है तो तत्काल टीम को सूचना देनी होगी। टीम मौके पर पहुंचकर उपचार शुरू करेगी। आवश्यता होने पर लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा
लखनऊ से ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह,(राजू शर्मा) की रिपोर्ट !