Bareilly UP : बरेली उत्तर प्रदेश पुलिस की 73वीं वार्षिक फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में बरेली का ऐतिहासिक मैदान एक बार फिर सुनहरी यादों का साक्षी बना।
बरेली। उत्तर प्रदेश पुलिस की 73वीं वार्षिक फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में बरेली का ऐतिहासिक मैदान एक बार फिर सुनहरी यादों का साक्षी बना। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे एडीजी बरेली ज़ोन रमित शर्मा और फुटबॉल के ब्रांड एंबेसडर व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मनोज जग्गी ने खिलाड़ियों में नया उत्साह भर दिया।
वर्ष 2002 की उस ऐतिहासिक जीत की स्मृतियां फिर ताजा हो उठीं, जब बरेली में ही आयोजित पुलिस टूर्नामेंट में बनारस ज़ोन की टीम ने एएसपी रमित शर्मा के नेतृत्व में कानपुर ज़ोन को हराकर गोल्ड मेडल जीता था। उस टीम का हिस्सा रहे मनोज जग्गी, जो तब गोलकीपर थे, आज यूपी फुटबॉल के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते नजर आए।
समापन समारोह में एडीजी रमित शर्मा ने कहा, “फुटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि अनुशासन, चरित्र और टीम भावना का प्रतीक है। मैदान पर पसीना बहाने वाले खिलाड़ी असली योद्धा होते हैं।” उन्होंने आयोजन की बेहतरीन व्यवस्था के लिए बरेली पुलिस और एसएसपी अनुराग आर्य की सराहना की।
मनोज जग्गी ने अपने अनुभव साझा करते हुए खिलाड़ियों से कहा, “खेल को करियर नहीं, इबादत बनाओ, सफलता खुद आपके पीछे आएगी।” उन्होंने भारत की ओर से 1994 में ब्रुनेई, 1995 में मलेशिया और 1998 में रोवर्स कप व ड्यूरंड कप जैसे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भाग लिया और 1998 में सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब भी जीता।
इस मौके पर बरेली पुलिस की मेजबानी और मैदान की व्यवस्था की सराहना सभी ने की। खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों की उपस्थिति में यह आयोजन सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं रहा, बल्कि एक प्रेरणास्पद स्मृति बन गया।
बरेली का मैदान आज फिर तैयार है न सिर्फ इतिहास दोहराने के लिए, बल्कि खेल की नई कहानियां लिखने के लिए भी
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट