Bareilly News : नगर निगम की संपत्तियों पर भू-माफियाओं का कब्जा बरकरार
भू-माफियाओं ने आवाम को कर दिया नगर निगम बरेली की संपत्ति का बैनामा,
ANCHOR:-मामला उप्र. के जनपद बरेली के थाना किला क्षेत्र के किला छावनी का.है ।
जहाँ नगर निगम बरेली की खाली पडी नदी किनारे जमीन जो निगम के दवारा हिंदू पक्ष को दसवां सथल बनाने हेतु आबंटित की गई थी ।
लेकिन खाली पडी जमींन पर जैसे ही भू-माफियाओं की नजर पडी उनहोंने नगर निगम की संपत्ति का फरजीकरण कर फर्जी दसतावेज तैयार कराकर उक्त जमीन पर पलाटिंग करके लोगों. को अच्छे दामों पर रिहायशी पलाट उपलब्ध करा दिए।
जबकि हिंदू लोगों के लिए आबंटित दसवां स्थल बनवाए जाने को लेकर नगर निगम ने छ:माह पूर्व करीब 27 लाख रूपये जारी किए थे।
लेकिन पार्षद नत्थू लाल की मृत्यु हो जाने की वजह से यह कार्य अधर में लटक गया,
जिसका फायदा उठाकर भू-माफियाओं ने नगर निगम की जमीन को लोगों को बेचना शुरू कर दिया।
जिसकी भनक मृतक पार्षद के बेटे राठौर को लगी जिसमें उनहोंने मामले की सूचना थाना पुलिस को देने के साथ साथ नगर निगम बरेली को भी दी थी।
जहां से कोई कार्यवाही ना होने के चलते उन्होंने इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों के सुपुर्द कर दिया।
जिसके चलते हैं हिंदू संगठनों में उबाल आ गया और आनन-फानन में विश्व हिंदू परिषद के नगर महामंत्री अरविंद सिंह के हस्तक्षेप के चलते अपर नगर आयुक्त से शिकायत के आधार पर आज नगर निगम ने अपने मयअस्तबल टीम में लेखपालों के साथ क्षेत्र में दस्तक दी।
साथ ही तहसील प्रशासन ने.भी मामले. में भू-माफियाओं खो.सबक सिखाने की.ठान ली और अतिरिक्त फोर्स तैनात करा दी।
जिससे भू माफिया भाग खड़े हुए और अब नगर निगम ने अपनी टीम को भेजकर. जमीन की नाप जोख भी शुरू करा दी ताकि नगर निगम को पता चल सके कि उनकी कितनी जमीन को खुर्द बुर्द किया गया है।
इस संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद के नगर महामंत्री बरेली अरबिंद सिंह ने सुदर्शन न्यूज़ चैनल से रूबरू होने पर बताया मामले में हिंदुओं के पक्ष में नगर निगम ने यह संपत्ति दसवां स्थल के लिए आवंटित कर दी थी जिस पर 27 लाख से अधिक पैसा भी जारी हो गया , लेकिन वक्त की वलिहारी के चलते यह मामला अधर में लटक गया।
जिस पर भू-माफियाओं ने फायदा उठाकर फिर से आनन फानन में सरकारी जमीन को औने पौने में बेंचना शुरू कर दिया।
वहीं दूसरी ओर इस गंभीर मामले पर अपर नगर आयुक्त नगर निगम बरेली के अजीत कुमार सिंह ने मामले में नाप जोख करवा कर आरोपी कॉलोनाइजर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
फिलहाल कुछ भी हो नगर निगम को खुद नहीं पता कि उनकी संपत्ति कितनी और कहां कहां और कैसे पड़ी है।
जिस पर आए दिन भू माफियाओं के कब्जे होना लाजमी है।