Bareilly News : पहचान छिपाकर रहता था बरेली में अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले सद्दाम पर रिपोर्ट दर्ज

उमेश पाल हत्याकांड में नामजद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ का रिश्तेदार अपनी पहचान छिपाकर बरेली में रहता रहा। उसके खिलाफ मकान मालिक ने धोखाधड़ी और चोरी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस जांच कर रही है। 

बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने बरेली में जड़ें फैला रखी हैं। उसका साला सद्दाम फर्जी नाम पते से फाइक एनक्लेव की खुशबू कॉलोनी में रह रहा था।

उमेश पाल हत्याकांड के बाद मीडिया में पिछले दिनों आई खबरों के बाद मकान मालिक आजम नगर निवासी मोहम्मद हसीन ने सद्दाम के खिलाफ बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

किराया मांगने पर दी धमकी 

उन्होंने बताया है कि मुश्ताक नाम के व्यक्ति ने उनका मकान किराये पर लिया था। इसी नाम से एग्रीमेंट कराया था। जनवरी में जब किराया नहीं मिला तो वह खुशबू एनक्लेव वाले मकान पर गए। वहां मुश्ताक ने उसे धमकाया और कहा कि उसका नाम सद्दाम पुत्र मंसूर अहमद है। वह अशरफ का साला है और प्रयागराज में रहता है। दोबारा पैसे मांगे तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।

मोहम्मद हसीन ने बताया कि छह मार्च को वह मकान देखने गए तो ताला टूटा पड़ा था। कमरे में रखा बैग, पचास हजार रुपये, बैंक पासबुक आदि सामान चोरी हो चुका था। उसे बहुत डर लग रहा है। थाना इंस्पेक्टर बारादरी अभिषेक सिंह ने बताया कि मकान मालिक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। विवेचना में कोई और नाम पता लगेगा तो शामिल किया जाएगा।
अशरफ के रिश्तेदार ने तैयार किया था नेटवर्क 
अशरफ के बरेली जेल में शिफ्ट होने के बाद ही उसका एक रिश्तेदार युवक भी बरेली आ गया था। सूत्र बताते हैं कि अतीक अहमद के कहने पर एक नेता ने उसे बरेली में रहने के लिए मदद की। फाइक एनक्लेव में एक रिटायर्ड अधिकारी के खाली मकान को उसे किराए पर दिलाने और यहां रिहाइश के संसाधन जुटाने में मदद की थी।
अशरफ ने जेल में रहते हुए रिश्तेदार युवक के जरिए बरेली में बड़ा नेटवर्क बना लिया था। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अशरफ का रिश्तेदार लापता है। बरेली की एजेंसियां गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। उमेश पाल हत्याकांड की जांच के सिलसिल में एसटीएफ की टीम बरेली जेल में अशरफ से पूछताछ कर चुकी है।
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन

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