Bareilly News : बरेली,ख़्वाजा ने हिन्दुस्तान की सरजमीं पर इस्लाम के जरिये हक़ और बातिल की पहचान कराई
बरेली,ख़्वाजा ने हिन्दुस्तान की सरजमीं पर इस्लाम के जरिये हक़ और बातिल की पहचान कराई।
हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती संजीरी के 807वें कुल शरीफ़ की रस्म सिविल लाइंस स्थित मस्जिद नोमहला दरगाह नासिर मियां पर अदा की गई।
तकरीरी महफ़िल में दरगाह ख़ादिम सूफ़ी वसीम मियां साबरी नासरी ने कहा कि ख़्वाजा गरीब नवाज़ हिन्दुस्तान की आवाम को ख़ुशहाल करने के लिये बग़दाद शरीफ़ से तशरीफ़ लाये,ख़्वाजा गरीब नवाज़ सय्यद मोईनुद्दीन हसन की यौमे पैदाइश 14 रजब 535 हिजरी में हुई आपके वालिद हज़रत ख़्वाजा ग्याज़सुद्दीन और वालिदा बीबी उम्मुलवश हैं, ख्वाजा ग़रीब नवाज़ की पहली मुलाक़ात पीराने पीर दस्तगीर गौसे आज़म से 550 हिजरी में और दूसरी मुलाकात 580 हिजरी में हुई,गौसे आज़म की दुआओ से आज अजमेर की सरजमीं से दीनदुखियों को फ़ैज़ मिल रहा हैं, आप ने 552 हिजरी में हज़रत ख़्वाजा उस्मान हारूनी से मुरीदी हासिल की,आपने बग़दाद शरीफ़ से हिन्दुस्तान के लिये 557 हिजरी में सफ़र शुरू और 561 हिजरी में पूरा किया।आपने अपने पीरोमुर्शिद के साथ हरमैन शरीफैन का तारीखी सफ़र 563 हिजरी में तह किया,आप अजमेर शरीफ की सरजमीं पर 586 हिजरी में तशरीफ़ लाये,आपके पहले मुरीद 589 हिजरी में शहाबुद्दीन गौरी बने,आपने इस दुनिया से 6 रजब 633 हिजरी में पर्दा किया,आपकी उम्र 98 साल रही।आज पूरी दुनिया में ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ से निस्बत रखने वाले बेतदात अकीदतमंद हैं।
बाद नमाज़े मग़रिब जनसेवा टीम में ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की अक़ीदत की इज़हार करते हुऐ 807वें उर्स ए पाक के मौके पर 807 कैंडिल रौशन कर मुबारक़बाद पेश की इस मौके पर जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने कहा कि दरवारे ख़्वाजा ने हमेशा ज़रूरतमन्दो की मदद करने और शांति सौहार्द का पैग़ाम दिया हैं आज हमने 807 कैंडिल रौशन कर ख़्वाजा की मोहब्बत का पैग़ाम आम किया हैं।
मौलाना नसरुलहक़,मौलाना मुनाजिर क़ादरी,मौलाना हस्सान रज़ा,मुफ़्ती अब्दुल बाक़ी ने ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की ज़िंदगी पर रौशनी डाली।
शाने अली कमाल मियां साबरी ने मुल्क़ व आवाज़ की क़ामयाबी और सलामती को दुआ की,आखिर में हज़रिने महफ़िल को तबर्रुक तस्किम किया गया।
इसी कड़ी में फ़नकारों ने महफिले समां में कलाम पेश किये।