आइसा की छात्राओं ने समस्तीपुर – मुसरीघरारी मार्ग को जाम किया

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बिहार समस्तीपुर:- जिले के महिला काॅलेज में छात्र संघ चुनाव को लेकर तमाम प्रक्रिया व एक सप्ताह से परिश्रम करने के बाद भी कई उम्मीदवारों को आज नामांकन करने से रोक दिया गया। दर्जनों आइसा की छात्राओं ने समस्तीपुर-मुसरीघरारी मार्ग को जाम करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष सह महिला कालेज समस्तीपुर से सेवानिवृत्त प्रोफेसर शारदा सिंहा पर इल्ज़ाम लगाते हुए कहा की अपने संगठन को जिताने के उद्देश्य से दूसरे संगठन खासकर आइसा उम्मीदवार का न तो 75% अटेंडेंस का सर्टिफिकेट दिया और न ही नोमिनेशन फार्म जमा लिया।

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जबकी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कई छात्राओं का नामांकन बिना 75% अटेंडेंस के ही आनन-फानन में 75% अटेंडेंस बना दिया गया व नामांकन कर दिया गया, आइसा छात्राओं को 75% अटेंडेंस का हवाला देते हुए नामांकन स्वीकार नहीं किया।  फलस्वरुप महिला काॅलेज की आशा, सोनी समेत अन्य दर्जनों छात्रा नोमिनेशन से बंचित रह गई। जब तमाम आरजू मिन्नत काम नहीं आया तो उम्मीदवार छात्राओं द्वारा पहले काॅलेज, फिर काॅलेज के सामने सड़क जाम किया गया। कोई असर होता नहीं देखकर उक्त छात्राओं द्वारा समस्तीपुर- मुसरीघरारी रोड जाम कर दिया गया, जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
जिसके बाद जाम छुड़ाने के लिए आए दर्जनों पुलिस बल से भी गुस्साए उम्मीदवार नहीं मानें तो बाद में एसडीओ अशोक मंडल व डीएसपी तनवीर अहमद ने मौके पर पहुंच जाम को हटवा सभी उम्मीदवारों के साथ प्रधानाचार्य से वार्ता को गए। वहां काॅलेज की प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि 9 व 10 फरवरी को शांति पुर्वक सभी का नामांकन हुआ, पर आज वह छात्राएं भी नामांकन करने आ गई जिन्हें ना कभी पार्ट वन में ना कभी पार्ट टू में देखा गया। यहां हर रोज क्लास चलती पर छात्राएं क्लास करने नहीं आती है। रोड जाम के बाद सभी छात्राओं का नामांकन फार्म तो ले लिया गया पर अटेंडेंस के कारण सभी के नामांकन फार्म को रद्द कर देने की बात को उन्होंने स्पष्ट कर दिया। वहीं एसडीओ अशोक मंडल ने बताया कि उन्हें फिलहाल अटेंडेंस रजिस्टर नहीं दिखाया गया। मामला संदेहास्पद लगता है। मामले की जांच पड़ताल अच्छी तरीके से की जाएगी। मौके पर आइसा जिला सचिव चंदन कुमार बंटी, आइसा नेत्री सोनु कुमारी, प्रिती कुमारी, आशा कुमारी, अर्चना कुमारी, मनीष राय, मनीष यादव, दिपक यादव सहित दर्जनों छात्राएं भी डटी रही।

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