रबर फैक्ट्री के 951 श्रमिकों को मिले चेक और उद्योगपति सम्मानित
केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने रबर फैक्ट्री के 951 कर्मचारियों को करीब 73 लाख रुपये के चेक वितरित किए। उन्होंने अन्य कर्मचारियों को भी शीघ्र भुगतान का वायदा भी किया। आइवीआरआइ में सिंथेटिक्स एंड केमिकल्स लिमिटेड (रबर फैक्ट्री) के कर्मचारियों के पीएफ अंशदान के भुगतान के लिए कार्यक्रम आयोजित हुआ। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 951 कर्मचारियों को बुलाया। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने 89 कर्मचारियों को चेक दिए। जबकि 794 को वहां उपस्थित विभागीय अफसरों ने चेक प्रदान किए। 68 कर्मचारी अनुपस्थित रहे।
इस मौके पर संतोष गंगवार ने सभी कर्मचारियों को उनके पीएफ अंशदान की सारी राशि के भुगतान का भरोसा दिलाया। जब 15 जुलाई 1999 को फैक्ट्री बंद हुई तब केंद्र में भाजपा सरकार थी। मैंने तत्कालीन पीएम अटल जी से एंटी डंपिंग लागू कर फैक्ट्री चलवाने की मांग की। लेकिन फैक्ट्री मालिक इसके लिए भी राजी नहीं हुए।
केंद्र में फिर एनडीए सरकार बनने के बाद कर्मचारियों के अंशदान के भुगतान की पहल की। तत्कालीन श्रम व रोजगार मंत्री को मैंने बीस बार पत्र लिखा। खुद प्रदेश सरकार से बात की और आज भुगतान की प्रक्रिया आरंभ हो रही है। इसमें मार्च 98 से अक्टूबर 98 तक जमा अंशदान का भुगतान शामिल है। शेष एक साल (नवंबर 98 से नवंबर 99) में जमा अंशदान का भुगतान भी जल्द ही किया जाएगा। इस मौके पर महापौर उमेश गौतम, सांसद धर्मेद्र कश्यप, विधायक डीसी वर्मा, राजकुमार अग्रवाल, गुलशन आनंद, महाराज सिंह, रमेश जैन, वीरेंद्र गंगवार, भारत भूषण शील, घनश्याम खंडेलवाल, डॉ.केशव अग्रवाल, सुरेश सुंदरानी, ललित अवस्थी, अशोक मिश्रा, सतीश रोहतगी, अनिल गुप्ता, केंद्रीय भविष्यनिधि आयुक्त डॉ.वीपी जॉय, अपर केंद्रीय भविष्यनिधि आयुक्त गौतम दीक्षित, क्षेत्रीय भविष्यनिधि आयुक्त मोहम्मद शाकिर, बीएम कांडपाल, डॉ.जोगिंदर सिंह, धीरेंद्र सिंह, रवि प्रकाश वर्मा मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान महापौर उमेश गौतम ने रबर फैक्ट्री की 14 सौ एकड़ जमीन पर सिडकुल की स्थापना पर जोर दिया। वहां इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की जाएगी।
घनश्याम सहित श्रेष्ठ नियोक्ता सम्मानित
ईपीएफओ की ओर से ज्यादा योगदान देने वाले श्रेष्ठ नियोक्ताओं को भी सम्मानित किया गया। विभाग ने इसके लिए बीएल एग्रो और यूपीएसआरटीसी को चुना। इसके लिए घनश्याम खंडेलवाल और जीएम रोडवेज को सम्मानित किया गया। पहली बार एलपीजी एजेंसियों और पेट्रोल पंपों द्वारा पीएफ योगदान के लिए हरिओम पेट्रोल पंप, रुहेलखंड गैस एजेंसी और गोयल गैस एजेंसी को सम्मानित किया गया।