छेड़खानी की शिकायत करने गई नाबालिग के साथ पुलिसकर्मी ने की बदतमीज़ी !
उत्तर प्रदेश के कानपुर में छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराने गई 16-वर्षीय एक लड़की को पुलिसकर्मी द्वारा परेशान किए जाने
का एक वीडियो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर पोस्ट किया है. वीडियो में लड़की से ‘पूछताछ’ करते दिख रहे हेड
कॉन्स्टेबल को हटा दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराने गई 16-वर्षीय एक लड़की को पुलिसकर्मी द्वारा परेशान किए जाने का एक वीडियो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर पोस्ट किया है. वीडियो में लड़की से ‘पूछताछ’ करते दिख रहे हेड कॉन्स्टेबल को हटा दिया गया है. इस वीडियो को लड़की के भाई ने मोबाइल फोन पर शूट किया, जो अपनी बहन तथा माता-पिता के साथ पुलिस स्टेशन गया था. वीडियो में हेड कॉन्स्टेबल तार बाबू, जिसने शुरू में FIR दर्ज करने से इंकार कर दिया था, पीड़ित लड़की से आपत्तिजनक भाषा में बात करता दिखाई दे रहा है.
लड़की जिस वक्त अपना पक्ष हेड कॉन्स्टेबल को बता रही है, उसी वक्त हेड कॉन्स्टेबल आराम से कुर्सी पर बैठे-बैठे ऊंची आवाज़ में उससे कहता है, “तुम यह अंगूठी क्यों पहनती हो…? क्यों तुमने चूड़ा और नेकलेस पहना है…? इतने आइटम किसलिए पहने हुए हो…? तुम पढ़ती नहीं हो… इतने ज़ेवर पहनती हो, क्यों…? इनसे क्या लाभ मिलता है…? इससे सिर्फ यह पता चलता है, तुम क्या हो…”
जब किशोरी के दिहाड़ी मज़दूरी करने वाले माता-पिता ने बातचीत में दखल देने का कोशिश की, तो हेड कॉन्स्टेबल ने उन्हें भी फटकारा, “तुम नहीं देखते हो, लड़की क्या करती है…? तुम कहते हो, तुम काम पर जाते हो, लेकिन क्या काम से घर नहीं लौटते हो…?”
पुलिस स्टेशन में हुई इस बातचीत का वीडियो कानपुर में वायरल हो जाने के बाद ही पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की. इस वीडियो पर सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी गुस्सा व्यक्त किया, और उन्हीं में प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं.
माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर इस वीडियो को पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, “छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है… एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का यह बर्ताव… महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना…
गौरतलब है कि गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने बच्चों के खिलाफ अपराधों को लेकर दायर की गई एक याचिका पर देशभर में POCSO अदालतें गठित करने का आदेश जारी किया है. केस की सुनवाई के दौरान देश के प्रधान न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई ने टिप्पणी की कि POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेन्सेज़) से जुड़े मामलों में ‘थोड़ी-सी दयालुता, विनम्रता और तत्परता’ दिखाए जाने की ज़रूरत है.
लेकिन इस वीडियो में दिख रही लड़की के साथ कतई उलट व्यवहार किया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि वे मामले की तफ्तीश कर रहे हैं, और अगर ज़रूरत पड़ी, तो हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ आगे भी कार्रवाई की जाएगी.