कोरोना काल के दौरान दिल्ली में नौकरी छूट जाने पर बरेली के सुभाष नगर के युवक ने की खुदकुशी
बरेली : बरेली सांसद व केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने कोरोना काल की शुरुआत में पूरे भारत में विभिन्न राज्यों में नौकरी कर रहे युवक और युवतियों को आश्वासन दिया था कि इस वैश्विक महामारी के दौरान किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी और ना ही किसी की सैलरी कम होगी लेकिन इसके बावजूद भी कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को निकाल दिया इतना ही नहीं कुछ कंपनियों ने सैलरी भी कम कर दी जिसके बाद नौकरी कर रहे हैं लोगों ने अपने घर वापसी जाने का निर्णय लिया। जिसके बाद सभी अपने घरों को वापस तो पहुंच गए और अपने परिवार के साथ सुरक्षित रहने लग गए लेकिन बेरोजगारी होने की वजह से कुछ लोग डिप्रेशन में भी आने लग गए और वह खुदकुशी करने लग गए हैं।
बरेली में लगातार खुदकुशी के ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जहां नौकरी चले जाने पर युवकों द्वारा खुदकुशी की जा रही है। बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां कोरोना काल के दौरान दिल्ली में नौकरी कर रहे युवक की नौकरी चली गई और उसने मजबूरन ही खुदकुशी करने का फैसला ले लिया।
कोरोना काल में नौकरी छूट गई। जीवन यापन के लिए तमाम जगह काम-धाम देखा लेकिन, कही नौकरी नहीं मिली। इससे एक युवक इस कदर अवसाद में आ गया कि शराब का लती हो गया। गुमसुम सा रहने लगा। रविवार देर रात अचानक से आत्मघाती कदम उठा लिया। कमरे में छत पर लगे पंखे पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव स्वजन को सौंप दिया।
मामला सुभाषनगर के ग्रेटर कैलाश कालोनी करगैना का है। यहां युवक नितिन कुमार परिवार संग रहता था। नितिन तीन भाई थे, वह दूसरे नंबर पर था। नितिन का अभी विवाह नहीं हुआ था। वह दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। बीते कोरोना काल में उसकी नौकरी चली गई थी।
नौकरी छूटने के बाद से वह घर वापस आ गया। यहां काम की तलाश की लेकिन, सफलता नहीं मिली। नौकरी छूटने से उसके व्यवहार में अचानक से बदलाव आ गया। वह लोगों से कम ही बातचीत करता। रविवार को उसने रोज की तरह खाना खाया। रात में जब सभी सोने गए तब वह भी चला गया।
सोमवार को सुबह 11 बजे तक जब वह कमरे से नहीं निकला तो स्वजनों ने उसका दरवाजा खटखटाया लेकिन, दरवाजा नहीं खुला। खिड़की खोल देखा गया तो वह फंदे पर लटका मिला। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया।
इंस्पेक्टर सुभाषनगर नरेश त्यागी ने बताया कि युवक की कोरोना काल में नौकरी चली गई थी जिससे वह परेशान रहता था। शराब भी पीने लगा था। स्वजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। पोस्टमार्टम में हैगिंग से मौत की पुष्टि हुई है।