मीरगंज के गांव गोरा हेमराजपुर में बाघ के हमले में दो किसान गंभीर घायल

ज़िले के जंगल से घिरे मीरगंज तहसील के रामगंगा नदी के खादर के गांव गोरा हेमराजपुर में खेत पर पानी लगा रहे दो किसान बाघ के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए।


मीरगंज तहसील का दूरदराज का गांव गोरा हेमराजपुर रामगंगा नदी के खादर में बसा हुआ है। रामगंगा नदी के इस तरफ गोरा हेमराजपुर और पुल के उस पार आंवला तहसील का भूड़ा बसंतपुर गांव है। जंगल से घिरे इस इलाके में हिंसक जंगली जानवरों का आतंक हैं। सीमावर्ती उत्तराखंड के आरक्षित वन्य क्षेत्रों से बाघ भी अक्सर भटककर इलाके में आ जाते हैं।

गोरा हेमराजपुर के जंगल में पिछले सप्ताह भर से उत्तराखंड से भटककर आए एक बाघ ने आतंक मचा रखा है। बाघ की दहशत के चलते आसपास गांवों के लोग घरों में कैद होकर जाग-जागकर रात गुजार रहे हैं। बताया गया कि रविवार दोपहर में गोरा हेमराजपुर के खादर इलाके में किसान धर्मपाल सिंह अपने खेतों में पानी लगा रहे थे। तभी बाघ घनी झाड़ियों में से निकला और धर्मपाल पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। धर्मपाल के सिर में गहरा जख्म हो गया है।

पास के खेतों पर कर रहे किसानों ने चीख-पुकार सुनी तो दौड़कर पहुंचे। देखा कि बाघ धर्मपाल सिंह पर हमला कर रहा था। फावड़ा उठाकर बचाने दौड़े चन्द्र पाल पर भी बाघ ने हमला कर दिया और भागकर घनी झाड़ियों में ही कहीं छुपकर गायब हो गया। बाघ के हमले में धर्मपाल और चंद्रपाल दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।


रामगंगा खादर का यह ज्यादातर इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ है। अक्सर बाघ, तेंदुए और अन्य हिंसक जंगली जानवर आ जाते हैं और खेतों पर काम करने गए किसानों पर हमला कर देते हैं। कई बार क्षेत्र के लोग वन विभाग के कर्मचारियों से शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी खानापूर्ति करके किसानों को चौकन्ना रहने की हिदायत देकर चले जाते हैं।

 

 

मीरगंज(बरेली) से राजेश शर्मा,नईम ख़ान की रिपोर्ट !

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