बरेली नगर निगम की सामान्य बैठक सोमवार को सुबह 11 बजे से शुरू होकर देर रात तक चली।
बरेली। नगर निगम की सामान्य बैठक सोमवार को सुबह 11 बजे से शुरू होकर देर रात तक चली। लगभग नौ घंटे चली इस बैठक में शहर के विकास और जनसमस्याओं को लेकर लंबी चर्चा हुई। बैठक में कुल 130 प्रस्तावों को मंजूरी मिली।
खास बात यह रही कि सभी 80 वार्डों में 50-50 लाख रुपये के विकास कार्यों की स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही आवारा गौवंश के लिए नंदीशाला बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता मेयर डॉ. उमेश गौतम ने की, जबकि सांसद छत्रपाल गंगवार विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर मौजूद रहे। मेयर ने आश्वासन दिया कि किसी भी वार्ड में अब कच्ची गली नहीं रहेगी और सभी क्षेत्रों में पक्की सड़कें व स्वच्छ जल की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
कुत्तों और बंदरों पर बवाल
बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा आवारा कुत्तों और बंदरों पर रही। GRM स्कूल के एक छात्र पर कुत्तों के हमले की घटना को लेकर पार्षदों ने नाराज़गी जताई। वहीं बंदरों के आतंक का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा।
पार्षदों ने नगर निगम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस पर मेयर ने कहा कि हर वार्ड में रोस्टर के हिसाब से पकड़ने की कार्रवाई होगी और इसकी रिपोर्ट रोजाना पार्षदों को उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने नागरिकों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति बंदरों को खाना न खिलाए।
गौशाला की व्यवस्था पर सवाल
गौशाला को लेकर भी तीखी बहस देखने को मिली। पार्षद गौरव सक्सेना ने आरोप लगाया कि गायों को सही तरीके से चारा नहीं मिल रहा। इस पर मेयर ने कहा कि गौशाला की व्यवस्था पूरी तरह ठीक है और शासन स्तर के अधिकारी भी इसकी सराहना कर चुके हैं। उन्होंने पार्षदों को खुद जाकर स्थिति देखने का न्योता दिया।
लगातार बहस और हंगामे के बीच बैठक में विकास कार्यों, पार्कों के सौंदर्यीकरण और लीज संबंधी प्रस्तावों को भी पारित किया गया। बैठक देर रात तक चली और कई अहम निर्णय लिए गए।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट