तहसीलदार की फटकार से शिक्षा मित्र की मौत
बरेली के फरीदपुर में बीएलओ मीटिंग के दौरान तहसीलदार के फटकारने पर शिक्षा मित्र मुन्नी देवी बेहोश होकर गिर पड़ी सभागार से मुन्नी देवी को ले जाकर फरीदपुर के अस्पताल में भर्ती कराया इलाज के दौरान शिक्षामित्र की मौत हो गई।
शिक्षा मित्र संगठन ने तहसीलदार को मौत का दोषी बताया है। बरेली के गांव भदपुरा निवासी ओमप्रकाश की पत्नी मुन्नीदेवी (35) गांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात की गयी थी। बीतें दिनों समायोजन के बाद मुन्नी देवी को टिसुआ के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किया गया था। समायोजन रद्द होने से मुन्नी देवी डिप्रेशन में थी।
कुछ दिन पहले तहसील प्रशासन ने जबरन बीएलओ का कार्यभार देकर मुन्नी देवी को मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में लगा दिया। बुधवार को एसडीएम सभागार में तहसीलदार आन्नद तिवारी ने बीएलओं के कार्य की समीक्षा करने के लिये बैठक बुलाई। तमाम बीएलओ के साथ मुन्नी देवी समीक्षा बैठक में पहुंची। उनके पति ओमप्रकाश ने बताया कि पुनरीक्षण कार्य ठीक होने के बाद तहसीलदार ने मुन्नी देवी को फटकारना शुरू कर दिया। मुन्नी देवी तहसीलदार की फटकार से सदमें में आकर सभागार में बेहोश होकर गिर पड़ी। साथी शिक्षा मित्रों ने तहसीलदार से एंबूलेंस बुलाकर मुन्नी देवी को अस्पताल भेजने की मांग की। लेकिन तहसीलदार ने मुन्नी देवी की ओर ध्यान दिये बगैर अन्य बीएलओ के कार्यो की समीक्षा करनी शुरू कर दी। आधा घंटे बेहोश पड़े रहने के बाद मुन्नी देवी को उनके पति ओमप्रकाश रिक्शे में फरीदपुर के टैगोर अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान मुन्नी देवी की मौत हो गई मुन्नी देवी के एक तीन साल का बेटा और एक आठ साल का बेटा है।
शिक्षा मित्र संगठनों ने तहसीलदार को मौत का जिम्मेदार ठहराया उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अजीत यादव तमाम शिक्षा मित्रों के साथ उनके गांव भदपुरा पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षा मित्र गरीवीं और बीमारी से जुझ रहे है। इसके बाद भी प्रशासन बीएलओं सहित कई अन्य अतिरिक्त काम लेकर शिक्षा मित्रों का शोषण कर रहे हैबही तहसीलदार ने बताया मेने शिक्षा मित्र मुन्नी देवी को नही फटकारा उनकी पहले से हालत खराब चल रही थी इसलिए बेहोश हो होकर गिर पड़ी थी.