बरेली में घुसपैठियों को निकालने की तैयारी!
🔒 बरेली में ‘पहचान’ अभियान शुरू! अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने की तैयारी
🎯 CM के निर्देश पर एक्शन: प्रशासन ने डिटेंशन सेंटर के लिए जगह तलाशना शुरू किया, DM बोले- ‘बिना दस्तावेज़ वाले विदेशियों को वापस भेजा जाएगा।’
बरेली: मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद, बरेली जिला प्रशासन ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को जिले से बाहर निकालने की कवायद तेज कर दी है। गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक में इन घुसपैठियों को चिह्नित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने पर सहमति बनी।
🏛️ डिटेंशन सेंटर के लिए पुरानी जेल का विकल्प
जिलाधिकारी (DM) अविनाश सिंह ने अधिकारियों को पहले चरण में अस्थायी हिरासत केंद्र (डिटेंशन सेंटर) स्थापित करने के लिए स्थान का चयन करने का निर्देश दिया है। इसके लिए पुरानी जिला जेल के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है।
डीएम अविनाश सिंह: “हमें हर उस व्यक्ति की जांच करनी है जो हमारे देश के बॉर्डर के बाहर से आया है और हमारे देश का नागरिक नहीं है। अवैध अप्रवासी मिलने पर उन्हें सत्यापन पूरा होने तक डिटेंशन सेंटरों में रखा जाएगा और फिर निर्धारित प्रक्रिया के तहत मूल देशों में वापस भेजा जाएगा।”
🔎 सुरक्षा के लिए खतरा: संदिग्धों की होगी गहन जांच
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि बिना दस्तावेज वाले विदेशी नागरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकते हैं। यह अभियान सिर्फ रोहिंग्या और बांग्लादेशियों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य विदेशी नागरिकों का भी सत्यापन किया जाएगा।
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संदिग्ध स्थानों पर नजर: रोड किनारे झुग्गी-झोपड़ी, निर्माण कार्यों, भट्टों, रेलवे स्टेशनों के आसपास रहने वाले लोगों और होटलों/धर्मशालाओं में भी सघन जांच की जाएगी।
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मकान मालिकों को चेतावनी: मकान मालिकों को किरायेदारों और घरेलू नौकरों का व्यापक सत्यापन करने के लिए कहा गया है।
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शिक्षा संस्थान: विश्वविद्यालयों और मदरसों में रहने वाले विदेशी छात्रों की भी जांच की जाएगी।
डीएम ने नगर आयुक्त संजीव मौर्य को नगर निगम क्षेत्र में घुसपैठियों की विस्तृत सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।
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