दक्षिणी-पश्चिमी तट के लिए यातायात अलग करने की योजना

जहाजरानी के महानिदेशक ने भारत के दक्षिणी-पश्चिमी तट के दूरवर्ती क्षेत्रों के लिए यातायात अलग-अलग करने की योजना को स्‍थापित करने का प्रस्‍ताव किया है,  ताकि केरल के तट के दूरवर्ती क्षेत्रों में मर्चेन्‍ट जहाजों और मछली पकड़ने वाले जहाजों की आपस में होने वाली टक्‍कर को रोका जा सके। यह प्रस्‍ताव भारतीय तट पर इन जहाजों में होने वाली दुर्घटनाओं, पिछले कुछ वर्षों में मर्चेंट जहाजों के यातायात के तौर-तरीके और केरल के तट के दूरवर्ती क्षेत्रों में यातायात को सरल बनाने सहित मौजूदा यातायात प्रवाह के पहलुओं को देखते हुए समुद्री मार्गो का अधिक से अधिक उपयोग करने के दृष्टिकोण से किया गया है।

दक्षिण-पश्चिम तट पर यातायात अलग करने की योजना (टीएसएस) की स्थापना के लिए हितधारक परामर्श कर रहे हैं। ये प्रस्तावित टीएसएस लेन विचाराधीन हैं और इन्‍हें कर्नाटक में मैंगलोर के पश्चिम में लगभग 90 नोटिकल मील की दूरी पर स्‍थापित किया जाएगा। इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देने से पहले डीजीएस वेबसाइट पर रखा जाएगा  और इसे हितधारकों को भी भेजा जाएगा। इस प्रस्‍ताव से मछली पकड़ने के जहाजों के लिए सुरक्षित रूप से काम करने के लिए अधिक क्षेत्र उपलब्‍ध होने की उम्‍मीद है, जिससे मछली पकड़ने के उद्योग को लाभ मिलेगा।

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