एनडीएमए भूकंप के बारे में हरियाणा में मॉक अभ्‍यास करेगा

Hariyana@

राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) 21 दिसम्‍बर, 2017 को हरियाणा में भूकंप पर राज्‍य स्‍तरीय मॉक अभ्‍यास करेगा। यह अभ्‍यास हरियाणा राज्‍य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचएसडीएमए) के सहयोग से किया जा रहा है। राज्‍य स्‍तर पर भूकंप के बारे में यह पहला मॉक अभ्‍यास है, जिसमें राज्‍य के सभी जिलों को शामिल किया गया है। इससे भूकंप सहित किसी बड़ी आपदा की स्‍थिति की तैयारियों और मोचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलेगी।

इस सिलसिले में कल चंडीगढ स्‍थित राज्‍य आपात संचालन केन्‍द्र (एसईओसी) में एक अभिविन्‍यास सम्‍मेलन हुआ। सम्‍मेलन में राज्‍य के अपर मुख्‍य सचिव, गृह सचिव, राजस्‍व सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक, लाईन निदेशालय के प्रमुख तथा सेना के पश्‍चिमी कमान और दक्षिणी-पश्‍चिमी कमान के प्रतिनिधि, केन्‍द्रीय रिजर्व पुलिस बल और राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल सहित संबद्ध अधिकारियों ने हिस्‍सा लिया। अन्‍य जिलों के अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सम्‍मेलन में हिस्‍सा लिया।

मॉक अभ्‍यास में निम्‍नलिखित गतिविधियां शामिल होंगी: 19 दिसम्‍बर, 2017 को समन्‍वय सम्‍मेलन; 20 दिसम्‍बर, 2017 को टेबल टॉप अभ्‍यास; और 21 दिसम्‍बर, 2017 को मॉक अभ्‍यास। मॉक अभ्‍यास के बाद एक विस्‍तृत सत्र होगा, जिसमें तैयारियों में यदि कोई कमियां रह जाती हैं तो उन्‍हें दूर करने के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।

यह अभ्‍यास आकस्‍मिक घटना मोचन प्रणाली (आईआरएस) के सिद्धांत पर किया जाएगा। जिसमें साझेदारों की पहचान कर प्रत्‍येक को उसकी भूमिका और जिम्‍मेदारियां सौंपी जाएंगी। इससे तैयारियों में सुधार होगा और आपात स्‍थिति में तेजी से कार्रवाई सुनिश्‍चित की जाएगी। एनडीएमए ने आईआरएस पर राज्‍य अधिकारियों के लिए 01 से 15 दिसम्‍बर, 2017 तक प्रभागवार प्रशिक्षण भी आयोजित किया है।

इस अभ्‍यास से विभिन्‍न साझेदारों और एजेंसियों के बीच बेहतर संवाद और समन्‍वय कायम हो सकेगा। इससे स्‍थानीय लोगों में जागरूकता पैदा होगी। भूकंप के दौरान और उसके बाद वे क्‍या करें और क्‍या न करें इस बारे में लोगों को जानकारी दी जा सकेगी। एनडीएमए विभिन्‍न राज्‍यों और संघ शासित प्रदेशों में विभिन्‍न आपात स्‍थितियों के दौरान तैयारियों और त्‍वरित कार्रवाई में सुधार के अपने प्रयासों के संबंध में 600 से अधिक मॉक अभ्‍यास कर चुका है।

 

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