ED ने अल्फुरकान प्रमुख सादिक को किया गिरफ्तार
💥 मनी लॉन्ड्रिंग: Bikaner के अलफुरकान ट्रस्ट का पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद सादीक खान गिरफ्तार, ED को 3 दिन की रिमांड
💸 धर्म की आड़ में अपराध! सार्वजनिक चंदे का गबन, अवैध फंडिंग और ‘रेडिकलाइजेशन’ में शामिल होने का आरोप, जुआरियों और अवैध शराब के धंधे से लिंक।
जयपुर/बीकानेर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के जयपुर जोनल कार्यालय ने अलफुरकान एजुकेशनल ट्रस्ट (AET), बीकानेर के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद सादीक उर्फ सादिक खान को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया है। उस पर सुनियोजित तरीके से सार्वजनिक दान (पब्लिक डोनेशन) के धन को मोड़ने, बड़े पैमाने पर नकद-आधारित आपराधिक गतिविधियों और अवैध नेटवर्कों में शामिल होने का आरोप है।
🚨 क्या हैं मुख्य आरोप?
ED ने यह जांच राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई दो FIR और विश्वसनीय जानकारी के आधार पर शुरू की। जांच में सामने आए गंभीर बिंदु इस प्रकार हैं:
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चंदे का गबन: सादीक ने AET (जो मस्जिद-ए-आयशा का प्रबंधन करता है) के माध्यम से बड़ा सार्वजनिक दान, मुख्य रूप से नकद (Cash) में एकत्र किया, जिसका कोई वित्तीय रिकॉर्ड नहीं रखा गया।
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अवैध गतिविधियों में उपयोग: जांच से पता चला कि इस बिना हिसाब के नकद संग्रह को उसने व्यक्तिगत उपयोग और अवैध गतिविधियों को वित्त पोषित करने में लगाया, जिसमें विदेशों में प्रतिबंधित और कट्टरपंथी संगठनों से मिलना शामिल है।
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अपराधिक धंधे: सादीक का कोई वैध आय स्रोत नहीं था और वह कई वर्षों से जुए, अवैध शराब व्यापार और अवैध देसी हथियारों के संदिग्ध सौदों सहित नकद-आधारित आपराधिक गतिविधियों से गुजारा करता था।
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हथियारों की बरामदगी: स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामले में उसके और उसके सहयोगियों से तीन देसी हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
✈️ विदेश यात्रा और आतंकी लिंक
जांच से पता चला है कि सादीक ने धार्मिक और धर्मार्थ कार्यों की आड़ में गहरे, गुप्त और आपराधिक नेटवर्क का संचालन किया:
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विदेश यात्राएं: उसने बांग्लादेश, नेपाल, कतर और ओमान की कई यात्राएं कीं, जिनके लिए नकद धन का उपयोग किया गया, जिसका कोई वैध वित्तीय प्रमाण नहीं था।
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हिजब-उत-तहरीर कनेक्शन: बांग्लादेश यात्रा के दौरान, उसने मोहम्मद सलीम उर्फ सौरभ वैद्य के साथ मिलकर काम किया, जिसे बाद में प्रतिबंधित संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से कथित संबंधों के लिए मध्य प्रदेश ATS द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
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JMB से संपर्क: सादीक ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के सदस्यों से मुलाकात की और भारत लौटने के बाद भी उनके साथ संपर्क बनाए रखा।
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सीरिया जाने का इरादा: उसे JMB से जुड़े व्यक्तियों द्वारा नेपाल की यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया गया था और वह कथित तौर पर संघर्ष क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए सीरिया जाने की योजना बना रहा था, लेकिन आव्रजन अधिकारियों द्वारा रोक दिया गया।
📢 भड़काऊ भाषण और भावनाओं का शोषण
जांच में एक व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो की भी जांच की गई, जिसमें सादीक को सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के इरादे से भड़काऊ भाषण देते हुए दिखाया गया था।
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उस पर सार्वजनिक सभाओं में विदेशी देश का झंडा जलाने और धार्मिक भावनाओं का शोषण करके व्यक्तिगत वित्तीय लाभ के लिए नकद दान जुटाने के लिए ऐसी गतिविधियों का आयोजन करने का भी आरोप है।
अदालत की कार्यवाही: 04.12.2025 को सादीक को जयपुर की विशेष (PMLA) कोर्ट में पेश किया गया, जिसने ED को 3 दिन की हिरासत (06.12.2025 तक) दी है।
ED की यह गिरफ्तारी धर्मार्थ कार्यों की आड़ में संचालित छाया वित्तीय नेटवर्क और संदिग्ध कट्टरपंथी प्रभावों को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे की जांच जारी है।
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