कोडिन सिरप तस्कर ‘टाटा’ लखनऊ में गिरफ्तार
🚨 STF ने लखनऊ में ‘कोडिन कफ सिरप’ के बड़े तस्कर को दबोचा, ₹100 करोड़ के ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश
लखनऊ, उत्तर प्रदेश – 27 नवंबर, 2025 – उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडिन-युक्त दवाओं को नशे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उनके अवैध भंडारण और व्यापार में शामिल एक प्रमुख अभियुक्त को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है ।
यह गिरफ्तारी 27 नवंबर 2025 को लखनऊ के गोमती नगर इलाके में की गई ।
👤 गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा के रूप में हुई है ।
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नाम: अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा
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पता: फ्लैट नं० 2, प्रथम तल, ब्लाक-1, वरूणा इन्क्लेव, सिकरौल, थाना कैण्ट वाराणसी (मूल निवासी ग्राम सीटूपुर, पो० भोड़ा, थाना सुरेरी, जनपद जौनपुर)
गिरफ्तारी का स्थान: ग्वारी चौराहा के निकट, थाना गोमती नगर, लखनऊ
💰 मौके पर बरामदगी (Recoveries)
अभियुक्त के पास से निम्नलिखित वस्तुएं बरामद की गईं:
02 अदद मोबाइल फोन
01 अदद फॉर्च्यूनर गाड़ी (नंबर: UP 65 FN 9777)
01 अदद आधार कार्ड
नकद: ₹4,500/-
मोबाइल से प्राप्त विभिन्न दस्तावेज़
🌐 भारत-बांग्लादेश ड्रग तस्करी नेटवर्क का खुलासा
एसटीएफ को लगातार यह सूचना मिल रही थी कि फेन्सेडिल सिरप और अन्य कोडिन दवाएं नशे के लिए अवैध रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में भेजी जा रही हैं ।
इस तस्करी को रोकने के लिए, उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर फरवरी 2024 में STF और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की एक संयुक्त जांच समिति का गठन किया गया था ।
जांच के प्रमुख बिंदु:
जांच के दौरान भारी मात्रा में अवैध फेन्सेडिल कफ सिरप बरामद किया गया था, जिसके संबंध में थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, लखनऊ में मु०अ०सं०-182/2024 (धारा 420, 467, 468, 471, 34, 120बी, 201 IPC) पंजीकृत किया गया था ।
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अभियुक्त अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा का नाम पहले से गिरफ्तार किए गए विभोर राणा और विशाल सिंह से पूछताछ के दौरान सामने आया था ।
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अमित टाटा ने पूछताछ में बताया कि वह शुभम जायसवाल (जो रांची, झारखंड में ‘शैली ट्रेडर्स’ के नाम से एबॉट कंपनी की फेन्सेडिल का बड़ा कारोबारी है) के संपर्क में आया था ।
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शुभम जायसवाल ने बताया कि कोडिन सिरप की तस्करी में भारी मुनाफा है, खासकर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में इसकी बहुत मांग है ।
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अमित टाटा ने लालच में आकर धनबाद में देवकृपा मेडिकल एजेंसी के नाम से एक फर्म खोलने के लिए ₹5 लाख का निवेश किया ।
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उसने यह भी खुलासा किया कि शुभम जायसवाल और उसके पार्टनरों ने एबॉट कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर ₹100 करोड़ से अधिक का कफ सिरप खरीदा था, जिसका अधिकांश हिस्सा फर्जी बिल और ई-वे बिल बनाकर तस्करी के माध्यम से बेचा गया ।
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कई सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद, शुभम जायसवाल अपने परिवार और पार्टनर वरुण सिंह तथा गौरव जायसवाल के साथ दुबई भाग गया है और Face Time ऐप के माध्यम से संपर्क करता है ।
⚖️ आगे की कानूनी कार्यवाही
गिरफ्तार अभियुक्त अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को पूर्व में पंजीकृत मु०अ०सं० 182/2024 में दाखिल कर एसटीएफ द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी ।
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