बिहारः मानसून सत्र के पहले दिन हंगामा, 23 जुलाई तक सदन स्थगित
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही शुक्रवार (20 जुलाई) से शुरू हुई. सदन की कार्यवाही के पहले दिन दिवंगत नेताओं और साहित्यकारों को श्रद्धांजलि दी गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुके देकर विधानसभा में स्पीकर विजय कुमार चौधरी का स्वागत किया. स्पीकर ने सदन में शांतिपूर्ण कार्यवाही की अपील की और सदन के संचालन के लिए चार सदस्यों को अध्यासीन मनोनित किया.
वहीं मानसून सत्र के पहले दिन बीजेपी एमएलसी संजय पासवान साइकिल से विधानमंडल पहुंचे .वहीं उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी गाड़ियों से प्रदूषण होता है वह देश और परिवेश साइकिल रखें सबको फ्रेस के नारे के साथ इन्होंने कहा कि जितना साधारण जीवन जिए उतना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है वही उन्होंने कहा बिहार में भी साइकिल क्लब होना चाहिए.
वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही माले और कांग्रेस के विधायक तख्तियां लेकर पोर्टिको के बाहर आ गये और प्रदर्शन करने लगे. माले विधायक मुजफ्फरपुर और छपरा की घटना में कार्रवाई की मांग कर रहे थे. साथ ही बालिका गृह की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग भी कर रहे थे.
वहीं, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया और कहा कि पूरे राज्य में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. मुजफ्फरपुर की घटना को लेकर आरजेडी ने सरकार को घेरने की पहले ही तैयारी की थी. इसलिए तजेस्वी ने तुरंत सरकार पर हमला बोला.
दूसरी ओर सरकार की तरफ से विपक्ष के सवालों का जवाब बीजेपी विधायक दल के उपमुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा ने दिया. उन्होंने कहा कि हाल में कुछ घटनाएं हुई हैं, लेकिन हर घटना पर पूरी कार्रवाई हुई है.
इन हंगामों के बीच मानसून सत्र को स्थगित कर दिया गया. अब सदन की कार्यवाही 23 जुलाई (सोमवार) से शुरू होगी. हालांकि आसार है कि तब भी हंगामा ही देखने को मिलेगा. क्योंकि माले समेत सभी विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बनायी है. माले के विधायक 23 जुलाई को इस मुद्दे पर फिर से प्रदर्शन करेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.
राजेश कुमार के साथ हैप्पी कुमार की रिपोर्ट