Bihar : 95% से अधिक घरों में नल जल पहुंचा देने का मुख्यमंत्री का दावा
95% से अधिक घरों में नल जल पहुंचा देने का मुख्यमंत्री का दावा झूठा माले नेता ने मुख्यमंत्री को चैलेंज देते हुए कहा कि वे उनके द्वारा जारी जांच रिपोर्ट की जांच धरातल पर उनके उपस्थिति में कराएं.
अगर वे झूठे निकलें तो वे जेल जाने को तैयार बैठे हैं सुरेन्द्र प्रसाद सिंह और बरहमदेव कुमार !समस्तीपुर प्रखंड के ताजपुर सभी पंचायतों का जांच करवां लें 95% से अधिक घरों में नल जल पहुंचा देने का मुख्यमंत्री का दावा झूठा है अधिकारी मुख्यमंत्री को गलत जानकारी देकर गुमराह-कर रहें है समस्तीपुर प्रखंड के ताजपुर सभी पंचायतों का जांच करवां लें 95% से अधिक घरों में नल जल पहुंचा देने का मुख्यमंत्री का दावा झूठा है. ये बातें भाकपा माले के प्रखण्ड सचिव सह जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है.नल जल पहुंचाना तो छोड़िये, मोतीपुर वार्ड-8 में बोरिंग तक नहीं गाड़ा गया है अधिकारियों के साथ सोमवार को विडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया था कि राज्य में 95% से अधिक घरों में नल जल पहुंच चुका है. इसके बाद भाकपा माले की 5 सदस्यीय जांच टीम ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, बासुदेव राय, राजदेव प्रसाद सिंह,शंकर सिंह ने प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में प्रखण्ड के कई पंचायतों का दौरा कर जानकारी प्राप्त किया. सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रखण्ड के 25% से अधिक घरों में नल जल अभी तक नहीं पहुंचा है. जहाँ पहुंचा भी है वहाँ योजना में अनियमितता मसलन बोरिंग अधिक गहरा नहीं रहने के कारण गंदा पानी तो कहीं पाईप डुपलीकेट रहने के कारण फूट जाने, कहीं नल खराब तो कहीं विधुत बिच्छेद रहने के जलापूर्ति बंद की स्थिति है. माले नेता ने ठोस उदाहरण देते हुए बताया कि 13 वार्डों का ताजपुर पंचायत है. सुभाष चौक से दक्षिण वार्ड-5 में करीब 40 घर महादलित समुदाय नल जल से पूरी तरह बंचित है. वार्ड-10 में उमेश शर्मा, सुनीता देवी समेत करीब 6-7 परिवार नल जल से बंचित है. संपूर्ण वार्ड-8 में नल जल आपूर्ति तो छोड़िये अभी तक बोरिंग भी नहीं गाड़ा गया है. कुल मिलाकर ताजपुर पंचायत में ही करीब 150 घरों में नल जल नहीं पहुंचा है. पूरे प्रखण्ड हजारों घर नल जल से बंचित है. माले नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्ट, लापरवाह- कामचोर एवं झूठबोलवा अधिकारी से घिरे हैं. ऐसे अधिकारी उन्हें गुमराह करते हैं और मुख्यमंत्री “झूठ का पूलिंदा” व्यान देते हैं.
समस्तीपुर से मोहम्मद सिराज की रिपोर्ट !