Bareilly-UP : सावन गैंग पर 10 करोड़ की रंगदारी और जमीन फर्जीवाड़ा का आरोप
बरेली। काकर टोला निवासी इमरान खान ने पुलिस अधीक्षक (नगर) को दिए गए प्रार्थना-पत्र में शहर के कुख्यात सावन गिरोह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रार्थी का दावा है कि सावन कुमार गैंग और उसके सहयोगियों ने उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की, फर्जी दस्तावेज तैयार किए और जान से मारने की धमकी दी।
इमरान खान के अनुसार उन्होंने वर्ष 2005 में अपने परिवार के साथ मिलकर ग्राम मोहनपुर में 0.2020 हेक्टेयर भूमि खरीदी थी तब से इस भूमि पर उनका कब्जा है और उन्होंने वहां चाहरदिवारी और एक कोठरी भी बनवाई लेकिन सावन कुमार गैंग ने इस जमीन को निशाना बनाते हुए फर्जी वसीयत और बैनामे तैयार कर जमीन को हड़पने का प्रयास किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि गैंग ने पहले 2002 में फर्जी वसीयत तैयार की और इसके बाद कई बार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन को बेचने की कोशिश की। इमरान का कहना है कि इस मामले में गैंग के सदस्यों द्वारा साजिश के तहत जमीन को हड़पने के लिए कई फर्जी खरीददार भी खड़े किए गए।
इमरान ने बताया कि 4 अप्रैल 2024 की रात जब वह अपने परिवार के साथ अपनी जमीन पहुंचे, तो गैंग के 30-35 सदस्य लग्जरी गाड़ियों के साथ मौजूद थे। उन्होंने जमीन पर तोड़फोड़ की और कब्जा करने की कोशिश की विरोध करने पर उन्हें और उनके भाई को बंधक बना लिया गया और मारपीट की गई गैंग के सदस्यों ने अवैध हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी।
इमरान खान ने यह भी बताया कि गैंग उनसे 10 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग कर रहा है इतना ही नहीं, उन्हें डराने और कमजोर करने के लिए गैंग ने उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं।
इमरान ने अपने प्रार्थना-पत्र में गैंग के प्रमुख सदस्यों का नाम लेते हुए बताया कि इनमें सावन कुमार, अंकिश त्रिपाठी, अमित सिंह, हरेन्द्र सिंह, विजय कुमार अग्रवाल और अन्य कई लोग शामिल हैं उन्होंने कहा कि यह गिरोह संगठित तरीके से काम करता है और फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीनों पर अवैध कब्जे करता है।
इमरान खान ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उनकी जमीन को गैंग के कब्जे से बचाया जाए और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए उन्होंने गैंग के सदस्यों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला केवल एक प्रार्थना-पत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर में भूमाफिया गिरोहों की बढ़ती सक्रियता और आम लोगों के साथ हो रहे अन्याय को उजागर करता है अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और प्रार्थी को न्याय दिला पाती है या नहीं।
गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स न्यूज़