Bareilly-UP : पति के पकड़े पैर, बॉयफ्रेंड ने हंसिए से उड़ा दी गर्दन, मिली उम्रकैद

बरेली। नाबालिग प्रेमी और उसके दोस्त के साथ अपने पति की हंसिए से गला काटकर हत्या करने का जुर्म साबित होने के बाद अपर सत्र न्यायाधीश ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने कांधरपुर गांव की 25 वर्षीय आरती को आजीवन कारावास की सजा सुनाई उस पर 15 हजार का जुर्माना भी डाला नाबालिग प्रेमी और उसके दोस्त का केस किशोर न्याय बोर्ड में विचाराधीन है।

सरकारी वकील सुनील कुमार पांडेय के मुताबिक कांधरपुर में रहने वाले 28 वर्षीय रोहित का शव 7 जनवरी 2023 की सुबह गांव चनेहटी और परगवां के बीच चक रोड किनारे खेत में पड़ा मिला था।

उसकी गर्दन काटकर हत्या की गई थी। रोहित के फुफेरे भाई इज्जतनगर के गांव महुआ निवासी राजू सिंह ने थाना कैंट में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस ने विवेचना के बाद इस मामले में दो किशोरों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक रोहित का ममेरा भाई था। दोनों से पूछताछ की तो रोहित की हत्या के पीछे उसकी पत्नी आरती के अवैध प्रेम संबंधों का खुलासा हुआ।

पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए हंसिए समेत 19 सुबूत जुटाने के बाद अदालत में आरोपcपत्र दाखिल किया। सरकारी वकील की ओर से सात गवाह पेश किए गए।

पुलिस ने दोनों किशोरों को भुता इलाके से गिरफ्तार किया था। आरती के जिससे प्रेम संबंध थे, वह उसके पति रोहित का ममेरा भाई था। उसने पुलिस को बताया कि आरती से उसकी दोस्ती फेसबुक पर हुई थी जो बाद में प्रेम संबंधों में बदल गई।

वह मुंबई में एक कार मिस्त्री की दुकान पर काम कर रहा था। बरेली आकर आरती से मिलने लगा। आरती ने उससे रोहित के शराब पीकर मारपीट करने और उससे छुटकारा दिलाने की बात कही थी।

रोहित की हत्या से 10-11 दिन पहले वह मुंबई से अपने गांव आया तो डोहरा रोड पर एक कमरा किराए पर ले लिया। आरती वहां कई बार उससे मिलने पहुंची। उसके पति रोहित को इसका पता चला तो उसने उसके साथ मारपीट की। उसकी गांव के ही एक हमउम्र लड़के से दोस्ती थी जिसकी आईडी पर एक सिम लेकर उसने आरती को दिया था। आरती ने 6 जनवरी 2023 को उसे फोन कर बताया कि रोहित उसे परेशान कर रहा है। इस पर वह अपने दोस्त के साथ रात करीब 8 बजे बाइक से कांधरपुर पहुंचा। दोस्त के साथ उसने रोहित को उसके घर के बरामदे में ही फर्श पर गिरा लिया।

विवेक ने रोहित का गला दबाना शुरू किया। वह छटपटाया तो आरती ने उसके पैर पकड़ लिए। उसने पास रखे लोहे के हंसिए से रोहित की गर्दन पर कई वार कर दिए। रोहित की मौत के बाद उन लोगों ने घर के कपड़ों से फर्श पर बिखरा खून साफ किया।

रोहित की गर्दन उसी की टीशर्ट से बांध दी। रात करीब 1 बजे रोहित की लाश को उसने आरती और दोस्त की मदद से बाइक पर बैठाया। इसके बाद उसका दोस्त रोहित को पकड़कर पीछे बैठ गया। घने कोहरे का फायदा उठाकर उन दोनों ने रोहित की लाश को गांव परगंवा के पास एक खाली खेत में फेंक दिया। इसके बाद दोनों दोबारा आरती के घर पहुंचे जहां खून से सने कपड़े और हंसिया थैले में रखकर कैंट इलाके में ही वीरांगना चौक से आगे एक दीवार के किनारे छिपाकर अपने गांव चले गए।

यह प्रेम नहीं सिर्फ व्याभिचारपूर्ण आकर्षण था जिसके प्रभाव में आकर आरती ने रोहित की सारी संपत्ति की मालिक बनने के साथ एक किशोर के साथ शादी करने का सपना देखा था। यदि इस तरह के अपराधों में समुचित दंड न दिया गया तो ऐसे संबंधों को बढ़ावा मिलेगा – ज्ञानेंद्र त्रिपाठी अपर सत्र न्यायाधीशष।

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स न्यूज़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: