बरेली: सुभाषनगर बिजली संकट होगा खत्म
💡 बरेली को बड़ी राहत! सुभाषनगर, मढ़ीनाथ में खत्म होगी बिजली कटौती और ट्रिपिंग की समस्या, 30,000 उपभोक्ताओं को मिलेगी ‘रोशनी’
बरेली। वर्षों से ओवरलोड और बार-बार की ट्रिपिंग (Tripping) से परेशान सुभाषनगर और मढ़ीनाथ क्षेत्र के करीब 30,000 उपभोक्ताओं के लिए आखिरकार राहत की खबर आ गई है। इन इलाकों में बिजली संकट को हमेशा के लिए समाप्त करने के लिए करगैना के पास बन रहा नया बिजलीघर अब अपने अंतिम चरण में है।
विद्युत विभाग ने दावा किया है कि इस नए उपकेंद्र को इसी माह के अंत तक ऊर्जीकृत (चालू) कर दिया जाएगा, जिससे गर्मियों में होने वाली बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या इतिहास बन जाएगी।
⚡ क्यों थी कटौती आम? 14 KM दूर से आ रही थी सप्लाई
सुभाषनगर और मढ़ीनाथ क्षेत्र में बिजली संकट का मुख्य कारण ओवरलोडिंग और लंबी दूरी की आपूर्ति थी। अब तक इन क्षेत्रों को लगभग 14 किलोमीटर दूर स्थित दोहना बिजलीघर से सप्लाई मिल रही थी। लंबी लाइन होने के कारण लो वोल्टेज, बार-बार फाल्ट आना और ट्रिपिंग आम समस्या बन गई थी।
हालांकि, बदायूं रोड स्थित नए ट्रांसमिशन उपकेंद्र के चालू होने से कुछ सुधार हुआ था, लेकिन सुभाषनगर और मढ़ीनाथ उपकेंद्र अब भी ओवरलोड की मार झेल रहे थे।
⏳ ज़मीन विवाद के बाद मिली गति
करगैना में नए उपकेंद्र के निर्माण की योजना कई वर्षों से अटकी हुई थी। इस प्रोजेक्ट के अटकने का मुख्य कारण जमीन का विवाद था। जिस जमीन पर बिजलीघर बनना था, वह पहले पुलिस विभाग को थाना निर्माण के लिए आवंटित की गई थी।
उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप और शासन स्तर पर मंथन के बाद यह जमीन अंततः विद्युत विभाग को मिली, जिसके बाद निर्माण कार्य में तेजी आई।
🚧 मुख्य अभियंता ने दिया डेडलाइन
रविवार को मुख्य अभियंता जोन प्रथम ज्ञान प्रकाश ने निर्माणाधीन बिजलीघर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।
“ठेकेदार पर दबाव बनाकर इस माह के अंत तक हर हाल में कार्य पूरा कराया जाए।”
— ज्ञान प्रकाश, मुख्य अभियंता जोन प्रथम
मुख्य अभियंता ने बताया कि नए उपकेंद्र पर बीडीए-1 और बीडीए-2 फीडरों का पूरा लोड स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही, मढ़ीनाथ उपकेंद्र के कुछ फीडरों को भी इसी नए बिजलीघर से जोड़ा जाएगा, जिससे दोनों उपकेंद्रों का लोड कम हो जाएगा।
✅ निर्बाध बिजली आपूर्ति की गारंटी
मुख्य अभियंता ने उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया है कि नए बिजलीघर के चालू होते ही:
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लो वोल्टेज की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
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ट्रिपिंग से मुक्ति मिलेगी।
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गर्मी के दिनों में भी निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि शहर के सभी उपकेंद्रों को अब दोहरी लाइन से जोड़ दिया गया है, ताकि एक लाइन में फाल्ट आने पर तुरंत दूसरी लाइन से आपूर्ति बहाल की जा सके।
यह नया बिजलीघर सुभाषनगर और मढ़ीनाथ के हजारों उपभोक्ताओं के लिए सालों की परेशानी से मुक्ति की ‘उम्मीद की रोशनी’ बनकर सामने आया है।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट
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