Bareilly News : सपा सरकार में सिंडिकेट चलाने वाले ठेकेदारों और निगम अफसरों की दोस्ती
बरेली। सपा सरकार में सिंडिकेट चलाने वाले ठेकेदारों और निगम अफसरों की दोस्ती योगी सरकार में भी बदस्तूर जारी है। निगम के इंजीनियरों ने ठेकेदारों को नाला सफाई के करोड़ों के ठेके दे दिये।
दूसरी फर्म के ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया। कहा कि वह टेंडर डालेंगे तो उनका पिछला भुगतान नहीं होने देंगे। मुख्य अभियंता से लेकर एक्सईएन और सहायक अभियंता, अवर अभियंता की भूमिका करोड़ों के ठेकों में संदिग्ध लग रही है।
आजम खां से नजदीकियों की वजह से निगम में चला रहे थे सिंडिकेट
सत्ता परिवर्तन के साथ आजम खां की मुश्किलें बढ़ीं तो कइयों ने आजम का साथ छोड़कर इंजीनियरों से दोस्ती बढ़ा ली। यह दोस्ती अब तक बरकरार है। नगर निगम निर्माण विभाग ने 29 नालों की सफाई का खाका खींचा।
आचार संहिता लागू होने की वजह से नालों की सफाई कराने के लिए निर्वाचन आयोग से इसकी अनुमति लेकर टेंडर किए। जानकारों ने बताया कि नालों की सफाई के टेंडर चहेते ठेकेदारों को सौंप दिए।
नगर निगम में जिन ठेकेदारों की फर्म को दो करोड़ रुपये के नालों की सफाई के ठेके दिए गए हैं उनमें ज्यादातर ठेकेदार आजम खां के करीबी रहे हैं। सपा सरकार में नगर निगम में उनकी सत्ता चलती थी।
रामपुर से चलती थी नगर निगम बरेली की ठेकेदारी
बरेली नगर निगम में नाला सफाई के दो करोड़ के टेंडर झटकने वाले ठेकेदारों का इतना दबदबा था कि रामपुर से बरेली की ठेकेदारी करते थे। नगर निगम अफसरों की मेहरबानी की वजह से वह सिंडिकेट आज भी कायम है।
अब निगम के इंजीनियरों की दोस्ती से वह बड़े बड़े टेंडर झटक रहे हैं। निगम में सक्रिय कुछ ठेकेदारों का रामपुर ठिकाना होता था। रामपुर से ही ये ठेकेदार बरेली नगर निगम के ठेके लेते थे।
कभी साइकिल से चलने वाले सपा सरकार में आजम खां की कृपा से ठेकेदार बन गए और रातोंरात करोड़ों में खेलने लगे। आजम खां के तमाम करीबी कुछ ही दिन में अपनी-अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक बन बैठे।
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन