बरेली। जिले के अलग-अलग इलाकों में ड्रोन दिखाई देने के बाद सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था।
बरेली। जिले के अलग-अलग इलाकों में ड्रोन दिखाई देने के बाद सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था। इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए डीजीपी कार्यालय ने स्थिति स्पष्ट की है। एडीजी कानून-व्यवस्था ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को पत्र जारी कर बताया है कि ये ड्रोन किसी भी तरह का खतरा नहीं हैं, बल्कि यह सरकारी सर्वे कार्य के लिए उड़ाए जा रहे हैं।
एडीजी कार्यालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार, उत्तर प्रदेश भूस्थानिक निदेशालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग प्रदेश के विभिन्न जिलों में ड्रोन की मदद से नदियों, अमृत योजना और नक्शा परियोजनाओं के अंतर्गत सर्वे करवा रहा है। यह सर्वे कार्य पूरी तरह वैध और सरकारी अनुमति के तहत संचालित हो रहा है।
डीजीपी मुख्यालय से पत्र प्राप्त होने के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने जिले के सभी एएसपी, सीओ और थानाध्यक्षों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि निजी कंपनियों के माध्यम से यह ड्रोन सर्वे कार्य किया जा रहा है, जिसे लेकर जनता में किसी प्रकार की अफवाह या भ्रम नहीं फैलना चाहिए।
एसएसपी अनुराग आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जनमानस को इस बारे में जागरूक करें और सर्वे कार्य में लगे सरकारी एवं निजी संस्थानों को पूर्ण सुरक्षा और सहयोग उपलब्ध कराएं, ताकि राष्ट्रीय महत्व की इन परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट