₹2300 Cr क्रिप्टो स्कैम: ED ने की रेड
💸 ₹2300 करोड़ का क्रिप्टो स्कैम! हिमाचल-पंजाब के लाखों निवेशक डूबे, ED ने 8 ठिकानों पर की छापेमारी; मास्टरमाइंड देश छोड़कर भागा
शिमला/चंडीगढ़। प्रवर्तन निदेशालय (ED), शिमला ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब में संचालित एक बड़े फर्जी क्रिप्टो करेंसी-आधारित पोंजी (Ponzi) / मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) घोटाले के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।
13 दिसंबर 2025 को ED ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब में स्थित 8 परिसरों पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत तलाशी अभियान चलाया। इस घोटाले में लाखों निवेशकों को लगभग ₹2300 करोड़ रुपये की भारी चपत लगी है।
🔍 विदेशों से संचालित हो रहा था ठगी का नेटवर्क
ED ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज कई एफआईआर के आधार पर जाँच शुरू की। घोटाले का मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा है, जो 2023 में ही देश छोड़कर भाग चुका है।
घोटाले का तरीका (पोंजी स्कीम):
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प्लेटफॉर्म: आरोपियों ने Korvio, Voscrow, DGT, Hypenext और A-Global जैसे विभिन्न प्लेटफॉर्मों के माध्यम से धोखाधड़ी वाली क्रिप्टो-आधारित MLM/पोंजी योजनाएँ चलाईं।
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झूठे वादे: भोले-भाले निवेशकों को असाधारण रिटर्न का झूठा लालच दिया गया।
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पोंजी ऑपरेशन: ED जाँच में पता चला कि ये योजनाएँ वास्तव में अविनियमित, स्व-निर्मित प्लेटफॉर्म थीं, जो पोंजी योजना की प्रकृति पर काम कर रही थीं—यानी, नए निवेशकों के फंड का उपयोग पुराने निवेशकों को भुगतान करने के लिए किया जाता था।
⚠️ छापेमारी में बड़े खुलासे
ED की तलाशी में इस धोखाधड़ी नेटवर्क के संचालन से संबंधित चौंकाने वाले विवरण सामने आए हैं:
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प्लेटफॉर्म की हेराफेरी: आरोपियों ने कई फर्जी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म बनाए, नकली टोकन की कीमतों में हेराफेरी की, और धोखाधड़ी को छिपाने के लिए समय-समय पर प्लेटफॉर्म बंद किए और उनकी री-ब्रांडिंग की।
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काले धन को सफ़ेद करना: अपराध से अर्जित धनराशि (PoC) को वैध बनाने के लिए सुविख्यात बिल्डरों (जिनके परिसरों पर भी छापेमारी हुई), शेल संस्थाओं और आरोपियों तथा उनके रिश्तेदारों के व्यक्तिगत बैंक खातों के माध्यम से नकद संग्रह (Cash Collection) का इस्तेमाल किया गया।
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कमीशन एजेंट: पोंजी स्कीम में कमीशन एजेंट के रूप में काम करने वाले कई व्यक्तियों ने नए निवेशकों को लुभाकर करोड़ों रुपये का कमीशन कमाया।
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सरकारी आदेशों का उल्लंघन: राज्य पुलिस की जाँच के आधार पर 4 नवंबर 2023 को ज़ब्ती (Freezing) का आदेश जारी होने के बावजूद, गिरफ्तार आरोपियों में से एक विजय जुनेजा (जिसे 2025 में गिरफ्तार किया गया था) ने कानून का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन करते हुए जीरकपुर, पंजाब में स्थित 15 भूखंड बेच दिए।
🛑 संपत्तियां और लॉकर फ्रीज
ED की तलाशी में ₹1.2 करोड़ रुपये (लगभग) की बैंक शेष राशि और सावधि जमा (Fixed Deposits) के साथ 03 लॉकर फ्रीज कर दिए गए हैं।
इसके अलावा, कई अचल संपत्तियों (बेनामी संपत्तियों सहित) में किए गए निवेश से संबंधित दस्तावेज़, निवेशक डेटाबेस, कमीशन संरचनाएँ और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं, जो बड़े पैमाने पर PoC के सृजन और शोधन को दर्शाते हैं।
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