आतंकिय हमले में हुई जवान की मौत : जम्मू-कश्मीर
आतंकियों ने छुट्टी पर गए सेना के एक जवान की हत्या कर दी।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शनिवार (25 नवंबर) सुबह टेरिटोरियल आर्मी के एक सैनिक की गोलियों से छलनी लाश मिली। मारे गए सैनिक की पहचान इसी जिले के सेनसेन गांव में रहने वाले इरफान अहमद डार के रूप में हुई है।
23 साल के इरफान अहमद डार का शव पर गोलियों के निशान हैं.वह शुक्रवार शाम से लापता बताए जा रहे थे.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इरफान कल शाम अपने घर से कार में निकले थे और आज सुबह उनकी लाश मिली है. उनकी गाड़ी भी घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर पाई गई.
पुलिस को यह आशंका है कि छुट्टी के दौरान ही उसे आतंकियों ने अगवा कर लिया हो और फिर उसकी हत्या कर दी हो। सेना के श्रीनगर के पीआरओ का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है. महबूबा ने ट्विटर पर लिखा, ‘शोपियां में टेरिटोरियल आर्मी के एक बहादुर जवान की भयावह हत्या की कड़ी निंदा करती हूं. इस तरह की नृशंस गतिविधि घाटी में शांति स्थापित करने के हमारे संकल्प को कमजोर नहीं करेगी.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस जवान की हत्या की निंदा की। उन्होंने ट्वीट किया, ”युवा इरफान डार की हत्या काफी दुखद और निन्दनीय है। परिवार के प्रति मेरी दिली संवेदना।
बता दे की इरफान अहमद तीसरे ऐसे जवान हैं, जिनकी छुट्टियों के दौरान हत्या कर दी गई. मई में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज को आतंकियों ने एक शादी समारोह से अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी.
साथ ही सितंबर में बीएसएफ के मोहम्मद रमजान की उस वक्त हत्या कर दी गई, जब उन्होंने और उनके घरवालों ने उनके अपहरण की कोशिश का विरोध किया था.